पायल उपमंडल के थाना मलौद अधीन पड़ते गांव लाहिल के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल में गणित के टीचर द्वारा छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला सामने आया। पुलिस ने धारा 75 (2) बीएनएस और 12 पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान हरि दिउ प्रसाद सिंह पुत्र मोहन प्रसाद सिंह निवासी हरिराहा थाना करजाइल जिला स्पोल (बिहार), हाल निवासी गांव सिहोड़ा थाना मलौद जिला लुधियाना के रूप में हुई है।
उल्लेखनीय है कि गांव लहिल के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल में गणित अध्यापक द्वारा छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला सामने आने पर 4 गांवों लहिल, करतारपुर, जीरख और धौल खुर्द के बच्चों के अभिभावक स्कूल पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया।
अभिभावकों का आरोप है कि गणित अध्यापक ने छात्राओं को गलत तरीके से छुआ और छात्राओं ने इस मामले की जानकारी स्कूल के सहायक प्रभारी को भी दी, लेकिन स्कूल प्रमुख ने आरोपी अध्यापक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और न ही यह मामला उच्च अधिकारियों या जिला शिक्षा अधिकारी के संज्ञान में लाया गया। बल्कि इस मामले को दबाने की कोशिश की गई ताकि मामले को रफा-दफा किया जा सके।
इस सबंध में पायल के डीएसपी ने बताया कि मलौद पुलिस ने स्कूल की 10वीं कक्षा की छात्रा की मां के बयानों के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता ने अपने बयान में कहा कि 6 जुलाई को शाम करीब 6 बजे उनकी बेटी ने बताया कि उनके स्कूल के गणित अध्यापक हरि दिउ प्रसाद सिंह उसके और उसकी कक्षा की अन्य छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार करता हैं और बुरी नजर से छूता हैं।
उन्होंने इसकी जानकारी मैडम दविंदर कौर को दी। जिन्होंने उन्हें समझाने का आश्वासन दिया लेकिन आरोपी अध्यापक समझा नहीं, जिस पर उन्होंने यह जानकारी अपने माता-पिता से सांझा की है।
अन्य स्टाफ की भूमिका भी सवालों के घेरे में
इस मामले में स्कूल प्रिंसिपल समेत अन्य स्टाफ की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। शिक्षा विभाग की तरफ से इनके खिलाफ भी कोई एक्शन लिया जा सकता है। क्योंकि, जिस प्रकार छात्राओं ने आरोप लगाया है कि काफी समय से स्कूल में ऐसा हो रहा था। जिसके लिए उन्होंने एक महिला टीचर को भी बताया था।
इस महिला टीचर ने सीनियर अधिकारियों को सूचना नहीं दी। प्रिंसिपल ने अपनी जिम्मेवारी को सही तरीके से नहीं निभाया। वहीं, डीडीओ और जिला स्मार्ट स्कूलों की प्रभारी ने भी अपने फर्ज को नहीं निभाया। इन सभी चीजों को लेकर एजुकेशन विभाग जांच कर रहा है।
क्या कहते हैं विद्यार्थियों के अभिभावक
इस संबंध में स्कूल के विद्यार्थियों के अभिभावकों ने प्राचार्य को एक मांग पत्र भी दिया। इस मौके पर मौजूद कुछ अभिभावकों ने कहा कि इस स्कूल का माहौल बहुत खराब है और इसे खराब करने में कुछ अन्य कर्मचारियों का भी हाथ हो सकता है। इस मामले की उच्च अधिकारी से जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए
क्या कहते हैं विद्यालय प्रभारी?
इस मामले को लेकर जब स्कूल प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि छात्राओं ने घटना के बारे में शनिवार को बताया था, लेकिन छुट्टियां आने के कारण मामला शिक्षा अधिकारियों के संज्ञान में नहीं लाया जा सका। इस घटना की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूल में भेजे गए नोडल अधिकारी प्रिंसिपल सतवंत कौर और कमलप्रीत कौर ने कहा कि यह मामला उच्च अधिकारियों के ध्यान में लाया गया है। स्कूल स्टाफ और छात्राओं के बयान कलमबद्ध कर रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी जाएगी।
क्या कहते हैं पुलिस जांच अधिकारी?
इस मामले की जांच कर रही एएसआई लखविंदर कौर ने बताया कि जैसे ही पुलिस को इस संबंध में सूचना मिली तो उन्होंने पीड़िता की मां के बयानों पर गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया और आरोपी शिक्षक को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
हर पहलु से जांच हो रही- डिप्टी DEO
लुधियाना के डिप्टी डीईओ जसविंदर सिंह ने कहा कि तीन सदस्यीय कमेटी जांच कर रही है। उम्मीद है कि आज शाम तक रिपोर्ट मिल जाएगी।
इस रिपोर्ट के बाद डीईओ अगली कार्रवाई करेंगे। उनकी टीम स्कूल और गांवों में गहराई से जांच कर रही है। छात्राओं और उनके परिजनों से बात की जा रही है। अगर किसी स्टाफ का कसूर सामने आया तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
उधर, डीएसपी पायल निखिल गर्ग ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 75 (2) और पाक्सो एक्ट की धारा 12 के तहत केस दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।