शहीद शुभकरण सिंह की बहन गुरप्रीत कौर को पंजाब पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी मिली है। 21 फरवरी 2024 में पंजाब के किसानों द्वारा फसलों के एमएसपी के लिए पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किए किसान आंदोलन-2 के दौरान शहीद हुए बठिंडा जिले के गांव बल्लो निवासी व युवा किसान शुभकरण सिंह की बहन गुरप्रीत कौर को बठिंडा पुलिस में बतौर कांस्टेबल की नौकरी दी गई है।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री पंजाब की तरफ से नियुक्ति पत्र मिलने के बाद गुरप्रीत कौर ने अपने पिता के साथ बठिंडा पुलिस लाइन में पहुंचकर नौकरी ज्वाइन की। इस मौके पर गुरप्रीत कौर ने पंजाब सरकार का धन्यवाद किया और भारी मन से शुभकरण को इंसाफ देन की मांग की।
सिविल अस्पताल में हुआ मेडिकल टेस्ट
शुभकरण की बहन गुरप्रीत कौर ने पहले पुलिस लाइन बठिंडा में स्थित पुलिस अस्पताल में पहुंची। जहां से पुलिस अस्पताल का एक कर्मी गुरप्रीत का मेडिकल करवाने के लिए उन्हें सिविल अस्पताल लेकर गए। सिविल अस्पताल में डाक्टरों द्वारा सरकारी नौकरी के लिए किए जाने वाले मेडिकल की पूरी प्रक्रिया को पूरा किया।
मेडिकल के अलावा गुरप्रीत का डोप टैस्ट भी करवाया गया है। जिसके बाद उसने नौकरी ज्वाइन करने की प्रकिया को पूरा किया।
शॉटगन से हुई थी शुभकरण की मौत
फिलहाल उसे पुलिस लाइन में तैनात किया गया है, ताकि उसकी पुलिस ट्रेनिंग पूरी की जा सके। 21 फरवरी 2024 में पंजाब के किसानों द्वारा फसलों के एमएसपी के लिए पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किए किसान आंदोलन-2 के दौरान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी।
उस समय कहा गया था कि शुभकरण की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है, जबकि हाईकोर्ट के आदेश पर गठित कमेटी ने कोर्ट को बताया कि शुभकरण की मौत शॉटगन से हुई है।
एक करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी का ऐलान
शुभकरण के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और उसकी बहन गुरप्रीत कौर को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान द्वारा दिया गया था। किसान यूनियनों और शुभकरण के पारिवारिक मेंबरों द्वारा आर्थिक मदद और उसकी बहन गुरप्रीत कौर को सरकारी नौकरी की मांग की जा रही थी।
बठिंडा में 12 जुलाई को डीसी दफ्तर के सामने प्रदर्शन करने ऐलान किया गया था, परंतु उससे पहले पंजाब सरकार द्वारा शुभकरण के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और उसकी बहन गुरप्रीत कौर को सरकारी नौकरी दी गई।