दोआब की राजधानी जालंधर वेस्ट में चुनाव के नतीजे दिन निकलते ही सामने आने लगेंगे, जहां मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कांग्रेस और बीजेपी को जीत की उम्मीद है, वहीं अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिलेगा क्योंकि शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने उम्मीदवार सुरजीत कौर के बजाय बसपा के ‘हाथी’ को समर्थन देने की घोषणा की, जबकि अकाली दल से बगावत कर रहे अकाली नेताओं ने अपनी ‘तक्कड़ी’ के लिए दिन-रात लड़ाई की।
इसे लेकर अब निगाहें चुनाव परिणाम पर टिकी हैं कि इस विधानसभा क्षेत्र से हाथी को ज्यादा वोट मिलते हैं या तकड़ी को? क्योंकि लोकसभा चुनाव में इस सीट से बसपा प्रत्याशी को करीब 1700 वोट मिले थे, जबकि तकड़ी के उम्मीदवार महेंद्र के.पी. 2600 वोट पड़े, जिसके चलते अब राजनीतिक विशेषज्ञों और अन्य नेताओं की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि हाथी से किसे ज्यादा वोट मिलते हैं।
काउंटिंग सेंटर से बाहर आकर मोहिंदर भगत ने कही ये बात
काउंटिंग सेंटर से बाहर आकर विक्टरी साइन बनाते हुए आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मोहिंदर भगत ने कहा कि जनता का धन्यवाद। मंत्री बनाए जाने के मसले पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं। लोगों की बुनियादी समस्याओं को खत्म करना उनकी प्राथमिकता होगी। नशे के ऊपर कोई समझौता नहीं नशा भी खत्म किया जाएगा।
पांचवें चरण में भी मोहिंदर भगत आगे
पंजाब के जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव के परिणाम में मतगणना चालू है। पांचवें चरण की मतगणना में आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत को 23189 वोट मिले हैं। वहीं, सुरिंदर कौर (कांग्रेस) 8001 वोट मिले हैं। बीजेपी के शीतल अंगुराल को 4395 वोट मिलें हैं। वहीं, मोहिंदर भगत 15 हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं।
तीसरे राउंड में भी आम आदमी पार्टी आगे
जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव के परिणाम में मतगणना चालू है। तीसरे राउंड की मतगणना में मोहिंदर भगत (आप) को 13847, सुरिंदर कौर (कांग्रेस) को 4938 और शीतल अंगुराल (बीजेपी) को 2782 वोट मिले हैं। तीसरे राउंड की गिनती में आम आदमी पार्टी आठ हजार से ज्यादा वोटों से बढ़त बनाए हुए है।
ढाई सालों में बदल गई जालंधर वेस्ट की राजनीतिक परिस्थितियां
बीते ढाई वर्ष में ही हलके की राजनीतिक परिस्थितियां तेजी से बदलीं। 2017 में कांग्रेस के विधायक रहे सुशील कुमार रिंकू भाजपा में शामिल हो चुके हैं। साल 2022 में विधानसभा चुनाव हारने के बाद 2023 में हुआ लोकसभा उपचुनाव आप की टिकट पर जीता लेकिन 2024 में हुआ लोकसभा चुनाव हार चुके हैं।
विधानसभा उपचुनाव में शीतल अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार थे और मोहिंदर भगत आम आदमी पार्टी की टिकट पर किस्मत आजमा रहे थे। कांग्रेस की तरफ से जालंधर नगर निगम की पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर सुरेंद्र
साल 2022 के जालंधर पश्चिम में हुआ था इतना मतदान
विधानसभा क्षेत्र जालंधर पश्चिम के 2022 में हुए चुनाव के दौरान आप की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले शीतल अंगुराल को 33.73 प्रतिशत के साथ 39213 वोट पड़े थे। कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सुशील कुमार रिंकू को 30.07 प्रतिशत के साथ 34960 और भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले मोहिंदर भगत को 28.81 प्रतिशत के साथ 33486 वोट मिले थे। शीतल अंगुराल 42.53 वोट की बढ़त के साथ सुशील कुमार रिंकू को हराकर विजयी रहे थे।
सीएम मान ने जालंधर चुनाव के लिए किया था जमकर प्रचार
प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Mann) खुद जालंधर में कोठी लेकर कैंपिंग करते रहे और लगातार कई दिन तक हलके में खुद रोड शो निकाला। इसके साथ ही चुनावी सभाओं को संबोधित किया और संपर्क अभियान चलाया। इस दौरान मुख्यमंत्री की पत्नी डॉक्टर गुरप्रीत कौर व बहन मनप्रीत कौर भी चुनाव प्रचार में जुटी रहीं।
सभी पार्टियों के लिए खास जालंधर वेस्ट सीट
विधानसभा का जालंधर पश्चिम के उपचुनाव के लिए कुछ देर में मतगणना शुरू होगी। इस उपचुनाव के नतीजे पर पंजाब भर की नजरें लगी हुई हैं। लगभग प्रत्येक राजनीतिक पार्टी के लिए इस उप चुनाव के नतीजे खासे मायने रखेंगे। हालांकि आम आदमी पार्टी ने तो उपचुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बनकर लड़ा था।
सांसद चरणजीत सिंह चन्नी की साख दांव पर
कांग्रेस के पक्ष में नतीजा नहीं आने पर सांसद चरणजीत सिंह चन्नी की साख पर चोट पहुंच सकती है। आम आदमी पार्टी के लिए भी यह चुनाव बेहद अहम है।