यह पिछले दिनों की ही बात है जब ओला सीईओ भाविश अग्रवाल ने हर हफ्ते 70 घंटे काम करने को लेकर अपना मत रखा था। भाविश अग्रवाल ने इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के हर हफ्ते 70 घंटे काम करने वाले बयान को सपोर्ट किया था। इसी कड़ी में ओला के सीईओ के इस बयान को लेकर आलोचना की जा रही है। एक शीर्ष न्यूरोलॉजिस्ट सुधीर कुमार ने लंबे समय तक काम करने के कई नुकसान गिनवा दिए हैं। यहां तक कि उनका कहना है कि ज्यादा काम करने के साथ मौत की संभावना भी बढ़ जाती है।
ज्यादा काम करने के नुकसान ही नुकसान
डॉक्टर सुधीर कुमार ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से ओला सीईओ भाविश अग्रवाल के इस बयान को लेकर कुछ न्यूज आर्टिकल पोस्ट किए हैं। इन आर्टिकल को पोस्ट करने के साथ ही उन्होंने अपना मत रखा है।
उन्होंने वैज्ञानिक अध्ययन के साथ ज्यादा घंटे काम करने के नुकसान गिनवाए हैं। वे कहते हैं कि वैज्ञानिक अध्ययन क्या दर्शाते हैं जानिए,
- प्रति सप्ताह 55 या उससे अधिक घंटे काम करने से स्ट्रोक का 35% अधिक जोखिम और इस्केमिक हृदय रोग से मरने का 17% अधिक जोखिम जुड़ा हुआ है, जबकि प्रति सप्ताह 35-40 घंटे काम करने से ऐसा होता है।
- प्रति सप्ताह 55 घंटे से अधिक काम करने के कारण हर साल 800,000 से अधिक लोग मरते हैं।
- लंबे समय तक काम करने से अधिक वजन, प्रीडायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज होने का जोखिम अधिक होता है।
- प्रति सप्ताह 69 या उससे अधिक घंटे काम करने वाले लोगों में प्रति सप्ताह 40 घंटे काम करने वालों की तुलना में मध्यम से गंभीर अवसादग्रस्तता के लक्षण होने की संभावना अधिक होती है।
भाविश अग्रवाल ने कही थी ये बात
भाविश अग्रवाल ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में कहा था कि इसी कड़ी में एक शीर्ष न्यूरोलॉजिस्ट सुधीर कुमार का जवाब सामने आया है। उन्होंने वैज्ञानिक अध्ययन के साथ ज्यादा घंटे काम करने के नुकसान गिनवाए हैं।