कनाडा में बैठे कुख्यात आतंकी और गैंगस्टर लखबीर सिंह के तीन और गुर्गों को पुलिस ने तरनतारन से गिरफ्तार किया है।
आरोपितों की पहचान दिलबाग सिंह उर्फ बागा निवासी गांव बड़े सभरा, दिलप्रीत सिंह निवासी गांव हरिके, थाना हरिके और साजनदीप सिंह निवासी गांव कुट्टीवाला, थाना पट्टी निवासी तरनतारन के रूप में हुई है। दो गुर्गों सिमरनजीत सिंह उर्फ सिम्मा और परमजीत सिंह उर्फ पम्मा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
आरोपियों को पांच दिन की रिमांड
पुलिस ने आरोपितों को पांच दिन के रिमांड पर भेजा है। सिमरनजीत तरनतारन के गांव संगतपुरा नजदीक अफसर एवेन्यू कालोनी और परमजीत गांव यामाराय थाना गोइंदवाल साहिब का रहने वाला है। पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि जांच में पम्मा के पास से .30 बोर की एक पिस्तौल और एक कारतूस बरामद हुआ है।
उन्होंने बताया कि दिलप्रीत, दिलबाग और साजनदीप लखवीर सिंह के संपर्क में थे। उसके कहने पर वे तरनतारन और अमृतसर में व्यापारियों, आढ़तियों और दुकानदारों को धमकाते थे, उनसे रंगदारी मांगते थे। उनके पास से दो .30 बोर की पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए गए हैं।
खेत में पड़ा मिला अवतार का शव
परमजीत ने तरनतारन, गोइंदवाल साहिब के गांव जामाराय में एक जमींदार की हत्या की थी। जमीन विवाद में गत 13 अप्रैल को परमजीत व अन्य पर मामला दर्ज हुआ था। शिकायत में गुरसेवक सिंह ने बताया था कि उसके पिता अवतार सिंह पशुओं को चराने के लिए घर से गए थे।
थोड़ी देर बाद इलाके के एक जमींदार का फोन आया कि उसके पशु उसके खेतों में आ गए हैं और वह आकर ले जाए। वह स्वजनों के साथ ढूंढ़ने निकला तो देखा कि उसके पिता अवतार का शव खेत में पड़ा हुआ है।
पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया था मामला
पुलिस ने शिकायत के आधार पर परमजीत सिंह, सरबजीत कौर, निशान सिंह, जरनैल सिंह, सज्जन सिंह, मुख्तियार सिंह, अमनदीप कौर और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। इस मामले में परमजीत पुलिस को वांछित था।
आतंकी लखबीर ने चौहलां साहिब में एक फर्म मालिक से रंगदारी मांगी थी। ना मिलने पर उसकी फर्म के बाहर दिलबाग, साजन और दिलप्रीत को कहकर गोलियां चलवाई थी। परमजीत पम्मा का भाई बिट्टू कनाडा में आतंकी लखबीर के साथ रह रहा है। इसके अलावा तीनों ने सुल्तानपुर लोधी के एक जमींदार पर भी गोलियां चलाई थी।
गैंगस्टर खैहरा चला रहा आतंकी लखबीर का गैंग
आतंकी लखबीर का अमेरिका में गैंग खैहरा नाम का गैंगस्टर चला रहा है। दिलबाग, दिलप्रीत और साहिल उसी के कहने पर काम करते थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि तीनों उसके सीधे संपर्क में थे। पुलिस ने इस मामले में खैहरा और बिट्टू को भी नामजद किया है। पूछताछ में सामने आया था कि उनके दो और साथी अभी फरार हैं। इसके बाद पुलिस ने इन पांच गुर्गों की गिरफ्तारी की गई है।
लखबीर ने करवाए थे हथियार मुहैया
आतंकी लखबीर ने ही अपने गुर्गों को हथियार मुहैया करवाए थे। बताया जा रहा है कि आरोपितों से मिले हथियार उनको जालंधर और तरनतारन में ही सप्लाई हुए थे। बीते दो महीनों में कमिश्नरेट पुलिस लखबीर के 13 गुर्गों को गिरफ्तार कर चुकी है। उनसे पूछताछ जारी है।