महाराष्ट्र की 288 में से 125 सीटों रक विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को संजय राउत, अनिल देसाई, सुभाष देसाई, सुनील प्रभु और राजन विचारे सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें प्रमुख विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार करने पर सहमति बनी। शिवसेना का यह दावा सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस की चिंता बढ़ा सकती है।इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि उद्धव ठाकरे ने बैठक के दौरान सभी 125 विधानसभा सीटों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वह इन सीटों को टारगेट करने के लिए एक समर्पित ‘थिंक टैंक के साथ एक वार रूम स्थापित करने की भी योजना बना रहे हैं।शिवसेना (यूबीटी) इन सीटों पर पिछले वोट मार्जिन के आधार पर दावा ठोकेगी। इसके अलावा पार्टी पिछले विधानसभा चुनावों में इन सीटें पर मिले वोटों के आधार पर इन निर्वाचन क्षेत्रों को ए, बी और सी कैटेगरी में विभाजित करेगी। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अविभाजित शिवसेना ने एनडीए में रहते हुए 124 सीटों पर चुनाव लड़ा था। 163 सीटें भाजपा और अन्य सहयोगियों के लिए छोड़ी थी।2024 के लोकसभा चुनावों में उद्धव ठाकरे ने 22 सीटों पर चुनाव लड़ने पर जोर दिया। 2019 के लोकसभा चुनावों में भी भाजपा के साथ रहते हुए इतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ी थी। पार्टी लोकसभा वाला ही फॉर्मूला विधानसभा चुनाव में भी अपनाना चाहती है। दिलचस्प बात यह है कि महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने पहले ही कहा था कि पार्टी हालिया लोकसभा चुनावों में एमवीए के प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद आगामी विधानसभा चुनावों में 150 सीटों से कम पर समझौता नहीं करेगी।
2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अविभाजित शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने क्रमशः 56 और 54 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं। लोकसभा चुनाव में मिली जीत से गदगद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है।