कांग्रेस का 3 दिवसीय अधिवेशन अगले साल फरवरी महीने के दूसरे पखवाड़े में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होगा, जिसमें अध्यक्ष के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे के निर्वाचन पर मोहर लगेगी और फिर नई कार्य समिति के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी। पार्टी अध्यक्ष खड़गे की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में अधिवेशन को लेकर यह निर्णय लिया गया। यह पार्टी का 85वां अधिवेशन होगा। खड़गे ने बैठक की शुरुआत में संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक जवाबदेही की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि जो लोग अपनी जिम्मेदारी निभाने में अक्षम हैं, उन्हें नए लोगों को मौका देना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी पहले खुद की जिम्मेदारी सुनिश्चित करें तथा जनांदोलन के संदर्भ में 30 से 90 दिनों के भीतर रूपरेखा तैयार करें। संचालन समिति की बैठक के बाद पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्रकारों को बताया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समापन के बाद आगामी 26 जनवरी से देश भर में ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान शुरू किया जाएगा, जिसके तहत ब्लॉक, पंचायत और बूथ के स्तर पर लोगों से संपर्क साधा जाएगा। वेणुगोपाल ने बताया कि 2 महीने तक चलने वाले इस अभियान में राहुल गांधी का पत्र भी लोगों को सौंपा जाएगा, जिसमें यात्रा का संदेश होगा तथा उसके साथ नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ ‘आरोप पत्र’ भी संलग्न होगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से ‘महिला मार्च’ भी निकाला जाएगा, जिसकी अगुवाई प्रियंका गांधी करेंगी। बैठक में खड़गे के अलावा पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कई अन्य नेता शामिल थे। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में फरवरी के दूसरे पखवाड़े में होने वाले पार्टी के अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर खड़गे के निर्वाचन पर मोहर लगेगी और फिर नई कार्य समिति के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।