अक्सर राजनीति के गुरु कहते है। राजनीतिक नेता जो करते हैं उस पर विश्वास करना नामुमकिन है । बात नवगठित राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी की
करते है जो VIP कल्चर को समाप्त करने के लिए आई थी। लेकिन…
लोकसभा चुनाव से पहले आप की ओर से राज्य में विकास रैलियां की गईं, जिसमें पंजाबियों को करोड़ों का नुकसान हुआ। इसके चलते डिप्टी कमिश्नर बठिंडा ने मौड़ मंडी में हुई विकास रैली पर 4 करोड़ 16 लाख रुपये का भुगतान किया है, जिसका खुलासा आरटीआई(RTI) में हुआ है।
रैली 17 दिसंबर 2023 को मौर मंडी, बठिंडा में एक विकास रैली आयोजित की गई, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विशेष रूप से शामिल हुए। इस संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट राजनदीप सिंह ने बड़ा खुलासा किया है।
राजनदीप सिंह ने आरटीआई के जरिए पंजाब सरकार से विकास रैली के नाम पर मौड़ मंडी में हुई सभा के खर्च की जानकारी मांगी। इस रैली के लिए डिप्टी कमिश्नर बठिंडा ने करीब 4 करोड़ 16 लाख रुपये का भुगतान किया है. जबकि इस रैली में अन्य जिलों ने कितना खर्च किया, इसका ब्योरा आना अभी बाकी है। राजनदीप सिंह ने कहा कि खुद को वीआईपी कल्चर की बड़ी विरोधी बताने वाली आम आदमी पार्टी ने जनता के टैक्स के करोड़ों रुपये विकास रैलियों के नाम पर खर्च कर दिये।
पंजाब पहले से ही कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है, पंजाब सरकार कर्ज लेकर कर्मचारियों को वेतन दे रही है. आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि पंजाब में विकास रैलियों के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किये गये और उसके भारी-भरकम बिल उपायुक्तों द्वारा लिये गये।
RTI से मिली जानकारी मुताबिक 17 दिसंबर 2023 को बठिंडा के मौड़ मंडी में हुई विकास रैली में इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को एक करोड़ 62 लाख 80313 रुपये दिए गए. इस रैली में कार्यकर्ताओं को लाने के लिए 1751 सरकारी और प्राइवेट बसों की व्यवस्था की गई थी. इन बसों के किराये के तौर पर पेप्सू रोडवेज को 55 लाख 86 हजार 946 रुपये, पंजाब रोडवेज को 79 लाख 57 हजार 499 रुपये और निजी ट्रांसपोर्टरों को 54 लाख 20 हजार 988 रुपये का भुगतान किया गया।
इसके अलावा रैली में आने वाले कार्यकर्ताओं के भोजन के लिए 25 लाख 33 हजार 545 रुपये का भुगतान किया गया. पानी की बोतलों को लेकर 3 लाख 13 हजार, 849 रुपये का भुगतान किया गया. इसके अलावा पत्रकारों को एक होटल में ठहराया गया, जिसके लिए 1 लाख 17 हजार 209 रुपये का भुगतान किया गया. रैली के दिन गायक नछत्तर गिल को कार्यक्रम के सिलसिले में 3 लाख रुपये का भुगतान किया गया था. इसके साथ ही 83 हजार 614 रुपये की यादगार वस्तुएं खरीदी गईं, मुद्रण सामग्री पर 79 हजार 12 रुपये खर्च हुए। इसके साथ ही शॉल के लिए 7 हजार 590, फूल और तौलिए खरीदने के लिए 17 हजार 500, 22 एकड़ के लिए 5 लाख 72 हजार 812 रुपये, हेलीपैड बनाने के लिए सात कनाल छह मरले जमीन दी गई।
VIP और VVIP के लिए खर्च: इसके अलावा 5 नेट की लीज लाइन लेने के लिए 1 लाख 15 हजार रुपए चुकाने पड़े। इंटरनेट के लिए 3 लाख 13 हजार 412 रुपए चुकाए गए। वीवीआईपी मेहमानों के लिए शौचालय पर 3 लाख 6469 रुपए खर्च किए गए। वीआईपी भोजन के लिए 50,000 रुपये का भुगतान किया गया था. पत्रकारों और वीआईपी के भोजन पर 16 लाख रुपये खर्च किये गये और मुख्यमंत्री के लिए 17 हजार 200 रुपये की लागत से छह निजी टैक्सियों की व्यवस्था की गयी. मौड़ मंडी में हुई रैली के संबंध में यह ब्यौरा केवल डिप्टी कमिश्नर बठिंडा द्वारा उपलब्ध करवाया गया है, जिसकी कुल राशि 4 करोड़ 16 लाख 96 हजार 668 रुपये है।