पंजाब में अक्सर लूटपाट की घटनाये चर्चा में रहती है। ज्यादातर लुटेरों की शनाख्त नशे के अदि लड़को की होती है। लेकिन आज की ख़बर है तो लुटेरा गिरोह की लेकिन इस में आदमी जा लड़के शामिल नहीं है। मोहाली पुलिस द्वारा पकड़ा गया। गिरोह औरतो का है और वो भी उडेड उम्र की महिलाए।
मोहाली जिले की पुलिस ने महिला लुटेरों के एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है। जो सार्वजनिक स्थानों पर अकेली महिलाओं को अपना निशाना बनाकर उनके सोने-चांदी के गहने लूट लेती थी। इस गिरोह में छह महिलाएं शामिल हैं। खास बात यह थी कि इनके हुलिए को देखकर कोई भी इनके लुटेरे होने का शक नहीं कर सकता था। क्योंकि इनकी उम्र 55 से 60 साल के बीच थी। कुछ बुजुर्ग थी तो कुछ मुश्किल से चल पाती थी। कुराली थाने की पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 15 ग्राम सोने की चूड़ियां बरामद की हैं। डीएसपी खरड़-2 धर्मवीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका खुलासा किया है।
23 जुलाई को कुराली निवासी रुचिका गर्ग ने पुलिस को शिकायत दी थी। उसने बताया था कि वह बिजली बोर्ड में कार्यरत है। 19 जुलाई को वह पटियाला जा रही थी। वह कुराली के मोरिंडा रोड पर बस का इंतजार कर रही थी। तभी 5-6 महिलाओं के एक समूह ने उसे घेर लिया। जब वह एक निजी बस में चढ़ी और बस के अगले हिस्से के बाएं हिस्से का हैंडल पकड़ने लगी तो एक महिला ने उसकी कलाई पर हाथ रखा और उसकी सोने की चूड़ी काट ली। इस पर सिटी कुराली थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
पटियाला व संगरूर की रहने वाली
पुलिस की तरफ से पकड़ी गई सारी महिलाएं पटियाला व संगरूर की रहने वाली हैं। आरोपियों में राज कौर जिला संगरूर, परमल कौर निवासी पटियाला, कर्मजीत कौर पटियाला, सोमा निवासी पटियाला, कर्मजीत कौर पटियाला व प्रकाशो पटियाला जाना है। वहीं, पुलिस अब यह पता लगाने में लगी है कि आखिर इन्होंने अब तक कितनी वारदातों को अंजाम दिया है।
दोबारा वारदात को करने आई तो दबोचा
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह महिलाएं काफी शातिर थी। साथ ही दोबारा वारदात को अंजाम देने की फिराक में थी। ऐसे में कुराली पुलिस ने उन्हें ट्रेस कर काबू कर लिया। पुलिस के मुताबिक सभी महिलाओ ंपर पहले भी इसी तरह से तीन से चार केस दर्ज है।
यह सारी महिलाएं युवाओं को नहीं, बल्कि उन महिलाओं को निशाना बनाती थी, जो कि उम्र थोड़ी अधिक होती है। साथ ही उन्हें लगता था कि यह अलर्ट नहीं है। वहीं, वारदात को चंद मिनटों में अंजाम देकर निकल जाती थी।