संसद में बजट पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भड़क गए. बिट्टू ने चन्नी को पंजाब का सबसे करप्ट आदमी बताया और जमकर निशाना साधा।
संसद में बिट्टू और चन्नी की तकरार को लेकर पक्ष-विपक्ष के सदस्य आमने-सामने आ गए और जमकर हंगामा हुआ. हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
हुआ ये कि बजट पर चर्चा के दौरान बोलते हुए चन्नी ने बिट्टू को लेकर निजी टिप्पणी कर दी. बिट्टू की टिप्पणी पर चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि बिट्टूजी, आपके दादाजी शहीद हुए थे।
लेकिन वे उस दिन नहीं मरे थे, वे उस दिन मरे थे जिस दिन आपने कांग्रेस छोड़ी थी. इस पर भड़के बिट्टू ने कहा कि मेरे दादाजी सरदार बेअंत सिंह ने देश के लिए कुर्बानी दी, कांग्रेस के लिए नहीं दी. और ये, इस चन्नी की, ये गरीबी की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर पंजाब से सबसे अमीर आदमी ये ना हो, सबसे करप्ट ना हो तो मैं अपना नाम बदल दूंगा. हजारो करोड़ का मालिक ये चरणजीत चन्नी है।
बिट्टू ने कहा कि ये गोरा किसको कह रहा है. पहले ये बताए कि सोनिया गांधीजी, वो कहां की हैं. मीटू में ये, सारे केसों में ये, सबसे करप्ट ये. बिट्टू के इस बयान के बाद जब चन्नी ने बोलना शुरू किया, सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।
ट्रेजरी बेंच की ओर से कुछ सांसद वेल में आ गए. विपक्ष के सांसद भी वेल में आ गए. दोनों पक्ष के सदस्य सदन में आमने-सामने आ गए. इसके बाद आसन की ओर से सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस ने जताई आपत्ति
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस की ओर से केसी वेणुगोपाल ने बिट्टू के बयान पर नियम 352 के तहत आपत्ति जताई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में शांति बनाए रखते हुए कार्यवाही जारी रखने का आग्रह करते हुए कहा कि दोनों तरफ के बयान देख लें, किसी ने असंसदीय कुछ कहा है तो उसे कार्यवाही से बाहर कर देना चाहिए।
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि हम सदन की गरिमा को कम नहीं करें. कुछ भी टिप्पणी करना है तो आप चैंबर में आकर बताएं. मर्यादाएं बनाए रखनी चाहिए।
चन्नी ने पीएम के पुराने बयान याद दिला सरकार को घेरा
इससे पहले पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने पंडॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमतों को लेकर यूपीए सरकार के समय नरेंद्र मोदी के तब के बयान को कोट करते हुए सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय नरेंद्र मोदीजी ने कहा था कि रुपया पतला क्यों होता जा रहा है, इसका कारण देश को बताना होगा. यह बताना होगा कि सरकार कमजोर हो गई है या प्रधानमंत्री कमजोर हो गए हैं या मंत्री कमजोर हो गए है।
उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे में हमारे बेटे की शादी हुई थी, पुलिस दो साल से पूछ रही है कि लंगर में क्या-क्या बना था और कितने रुपये खर्च हुए थे।
और एक शादी में हजारों करोड़ रुपये खर्च हुए, प्रधानमंत्रीजी बुके लेकर जा रहे हैं. चरणजीत सिंह चन्नी ने एमएसपी की लीगल गारंटी नहीं दिए जाने को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए । चन्नी के बयान पर ट्रेजरी बेंच की ओर से आपत्ति जताते हुए कहा गया कि ये किसानों को भ्रमित कर रहे हैं।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे प्रीविलेज कमेटी को भेजने और ऑथेंटिकेट करने की मांग की. सुदीप बंदोपाध्याय ने इस पर कहा कि ऑथेंटिकेशन का नियम राज्यसभा में होता है, लोकसभा में नहीं।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने उस नियम का उल्लेख किया जिसमें यह प्रावधान है कि स्पीकर सदस्य को ऑथेंटिकेट करने के लिए कह सकता है ।
चन्नी पंजाब का अमीर भ्रष्ट
इससे पहले संसद में केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और जालंधर के सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बीच तीखी तकरार हुई। बजट भाषण पर अपनी प्रतिक्रिया रखते हुए चन्नी ने केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पर निशाना साधा।
चन्नी ने कहा कि भाजपा के मंत्री बिट्टू के दादा पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह शहीद हुए थे, लेकिन वह उस दिन नहीं मरे, वह तो उस दिन मरे, जिस दिन बिट्टू ने कांग्रेस छोड़ी दी।
इस पर सदन अध्यक्षता कर रहीं संध्या राय ने चन्नी को व्यक्तिगत टिप्पणी करने से रोका। लेकिन चन्नी ने जवाब दिया कि बिट्टू बीच में टोक रहे हैं और उन्हें परेशान कर रहे हैं।
चन्नी ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी और ईस्ट इंडिया कंपनी में कोई अंतर नहीं है। उनमें सिर्फ रंग का अंतर है। इस पर केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू खड़े हो गए और उन्होंने चन्नी को जवाब देते हुए कहा कि उनके दादा पूर्व सीएम बेअंत सिंह देश के लिए शहीद हुए थे, न कि कांग्रेस के लिए।
उन्होंने चन्नी पर तंज कसते हुए कहा कि वह गरीबी की बात करते हैं, जबकि पूरे पंजाब में देखा जाए तो उनसे ज्यादा अमीर और भ्रष्ट कोई आदमी नहीं है, तो वह अपना नाम बदल लें। उनका नाम मी-2 में है, सभी मामलों में उनका नाम है। हजारों करोड़ के मालिक यह चन्नी किसे गोरा कह रहे हैं।
सोनिया गांधी पहले बताएं कि वह कहां से हैं। इस आमने-सामने की भिडंत के कारण सदन की कार्रवाई को आधे घंटे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित तक करना पड़ा।