लोकसभा में शुक्रवार को कैंसर का मुद्दा उठा। इस गंभीर बीमारी को लेकर कई सदस्यों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किए।
जिसमें नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल, लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग और समस्तीपुर से सांसद शांभवी ने सरकार से जानना चाहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए सस्ती दवाइयों को क्या करना?
सरकार इस बीमारी के लिए बीपीएल हो या फिर मिडिल क्लास, सभी वर्ग के मरीजों के लिए फ्री में इलाज कराने की सुविधा दे।
राजा वड़िंग ने स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से पूछा कि कैंसर का इलाज और उसकी दवा जरूरतमंदों के लिए मुफ्त क्यों नहीं की जा सकती? जब इलाज पहले से ही इतना महंगा है तो दवा पर छूट कैसे मदद करेगी? हमारे देश में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का इलाज मुफ्त क्यों नहीं हो सकता?
हर साल बढ़ रहे कैंसर के मामले
लोकसभा में शून्यकाल में पूछे गए इन सवालों के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि कैंसर के मामलों की संख्या में हर साल करीब 2.5 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हो रही है। पुरुषों में मुंह के कैंसर और फेफड़ों के कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हर साल कैंसर के 15.5 लाख से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। कैंसर के लिए 131 आवश्यक दवाओं की एक सूची है, जो अनुसूची 1 में हैं। जिनकी कीमत सरकार द्वारा तय की जाती है।
ये आम तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं हैं। इस मूल्य नियंत्रण के कारण रोगियों के कुल मिलाकर लगभग 294 करोड़ रुपये बचाए गए।
‘हम डॉक्टरों की गुणवत्ता से समझौता नहीं करना चाहते’
उन्होंने कहा कि ऐसे 28 संयोजन हैं, जो इस सूची में नहीं हैं। लेकिन एनपीपीए (राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण) और सरकार ने उनके मूल्य निर्धारण को भी नियंत्रित किया है।
सरकार ने कैंसर की दवाओं को किफायती बनाने की कोशिश की है। नड्डा ने कहा कि देश में मेडिकल कॉलेजों का विस्तार किया जा रहा है। ताकि अधिक डॉक्टर हो सकें।
हम डॉक्टरों की गुणवत्ता से समझौता नहीं करना चाहते हैं। नड्डा ने सदन को बताया कि देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 2014 में 387 से बढ़कर वर्तमान में 731 हो गई है, जबकि इसी अवधि के दौरान एमबीबीएस सीट की संख्या 51,348 से बढ़कर 1,12,112 हो गई है।
उन्होंने कहा कि मेडिकल छात्रों के लिए स्नातकोत्तर सीट की संख्या 2014 में 31,185 थी, जो बढ़कर वर्तमान में 72,627 हो गई है।