All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen (AIMIM) असदुद्दीन ओवैसी: ने शनिवार को तेलंगाना में एक सार्वजनिक सभा में कहा कि 2021 के बाद से, पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा 50 से अधिक भारतीय सैनिकों को मार दिया गया है।
उन्होंने कहा, “आज भी हमने नियंत्रण रेखा पर एक जवान खोया है। भाजपा अब पाकिस्तान का नाम क्यों नहीं ले रही है? पाकिस्तान का नाम लें। आतंकवादी वहीं से आ रहे हैं।” उन्होंने सुरक्षाकर्मियों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ों के बारे में भी बात की। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर के डोडा में हमला… डोडा एलओसी [नियंत्रण रेखा] से बहुत दूर है, आतंकवादी डोडा में कैसे पहुँच गए?”
असदुद्दीन ओवैसी का बयान उस वक्त आया है। जब जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकी हमले बढ़ रहे हैं। इन आतंकवादी हमलों में परिवर्तन ध्यान देने योग्य है। इस बार ये हमले श्रीनगर में न होकर बल्कि जम्मू और डोडा जिले में हो रहे हैं। पिछले दिनों में भारतीय फ़ौज ने बड़ी गिनती में जवानो को खोया है। इस सब के बाद लोगो में भारी गुसा है। भारत की आम जनता भी भारत सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है।
VIDEO | "More than 50 of our soldiers were killed by terrorists from across the border. Even today we have lost a soldier at the LoC. Why isn't the BJP taking name of Pakistan now? The attack in Jammu and Kashmir's Doda… Doda is way too far from the LoC, how did the terrorists… pic.twitter.com/a5QmxmZLxk
— Press Trust of India (@PTI_News) July 27, 2024
ओवैसी का यह बयान जम्मू और कश्मीर के कमाकारी सेक्टर में पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के हमले को भारतीय सेना द्वारा नाकाम किए जाने के बाद एक सैनिक के मारे जाने और एक कैप्टन समेत चार अन्य के घायल होने के बाद आया है। शनिवार को कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में घुसपैठ की कोशिशें की गईं।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि गोलीबारी में एक पाकिस्तानी घुसपैठिया भी मारा गया, जबकि दो अन्य घुसपैठिए घंटों तक चली भीषण गोलीबारी के बीच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में वापस लौटने में सफल रहे। . श्रीनगर स्थित रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार सुबह कुपवाड़ा में हुए हमले में घुसपैठियों ने खराब मौसम और क्षेत्र में कम दृश्यता का फायदा उठाकर नियंत्रण रेखा पार की और नजदीक से सेना की अग्रिम चौकी पर गोलीबारी की।
आतंकी हमलों में हुई वृद्धि के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अकेले जम्मू क्षेत्र में राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों में हुए हमलों में 22 लोगों की जान चली गई है, जिनमें 11 सुरक्षाकर्मी और एक ग्राम रक्षा गार्ड सदस्य शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, जम्मू में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के प्रयास के तहत सरकार ओडिशा से 2,000 से अधिक कर्मियों वाली दो बीएसएफ बटालियन भेज रही है।