पंजाब मोहाली की फेज 11 पुलिस ने फ्रॉड केस में मिसेज चंडीगढ़ रहीं अर्पणा सगोत्रा को गिरफ्तार कर लिया है। अर्पणा के साथ उसके बेटे कुणाल को भी पकड़ा गया है। जबकि उसका पति पहले ही जेल में है। पुलिस के मुताबिक उनके खिलाफ फ्रॉड के 25 केस दर्ज हैं। जिसमें उन्होंने ढ़ाई से 3 करोड़ तक की ठगी की है।
SHO गगनदीप सिंह ने कहा कि इनके खिलाफ जांच की जा रही है। ठगी के मामलों की संख्या और बढ़ सकती है।
अर्पणा सगोत्रा पेशे से वकील है। उसने 2019 में 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में मिसेज चंडीगढ़ का खिताब जीता था। पुलिस ने अर्पणा 500 ग्राम सोने की बिस्किट, 7 लाख कैश और एक फोर्ड कार भी बरामद की है। अर्पणा के पति संजय को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पति संग खोला इमिग्रेशन ऑफिस
मोहाली पुलिस के मुताबिक मिसेज चंडीगढ़ ने पति संजय के साथ मिलकर सेक्टर 105 में इमिग्रेशन ऑफिस खोला। जहां उन्होंने लोगों को विदेश भेजने का काम करने की बात कही। हालांकि वह लोगों से रुपए ले लेते थे। इसके बाद उन्हें विदेश नहीं भेजते। यही नहीं, जब लोग फोन करते तो उनकी कॉल नहीं उठाते थे।
सोशल मीडिया के जरिए फंसाते थे ग्राहक: पुलिस जांच में पता चला कि मिसेज चंडीगढ़ और उसके पति ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को फंसाया। सोशल मीडिया पर कम रुपयों में जल्दी विदेश और खास तौर पर कनाडा भेजने के नाम पर लोगों को आकर्षित किया जाता। फिर उन्हें दफ्तर बुलाकर रुपए लिए जाते। बाद में यह रुपए हड़प लेते थे। लग्जरी गाड़ियों का सहारा लेती
लोगों पर रौब जमाने के लिए अर्पणा लग्जरी गाड़ियों का सहारा लेती थी। जिन पर VIP नंबर लगे होते थे। ऐसी फोटो वह लोगों को फंसाने से पहले सोशल मीडिया पर भी शेयर करती थी ताकि कोई यह न सोच पाए कि करोड़ों की गाड़ी रखने वाली महिला उनके लाखों रुपए हड़प सकती है। हालांकि यह पूरा ठगी का ही गेम प्लान का हिस्सा था।
स्कूल एडमिशन-इन्वेस्टमेंट के नाम पर 21 लाख हड़पे
मोहाली पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि डेरा बस्सी की एक महिला को भी मिसेज चंडीगढ़ अर्पणा सगोत्रा ठग चुकी है। अपर्णा ने उसे अपने पति का नाम ईएस जोसेफ बताया। उसने कहा कि चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित निजी स्कूल में एडमिशन करवा देगी। इसके लिए उसने 5 लाख रुपए लिए। इसके अलावा इन्वेस्टमेंट के नाम पर भी 16 लाख लिए और हड़प कर गईं।
वकील होने की धमकी देती
मोहाली पुलिस के मुताबिक पैसे हड़पने के बाद अगर कोई अपर्णा से रुपए मांगने जाता तो वह धमका देती थी। चूंकि वह पेशे से वकील थी तो ठगी के शिकार लोगों को धमकी देती थी कि उनके ही खिलाफ केस दर्ज करवा देगी। हालांकि जब ठगी के शिकार लोगों की संख्या बढ़ती गई तो वह पुलिस थाने पहुंच गए और मिसेज चंडीगढ़ की पोल खुल गई।
ठगी की अलग अलग कहानियां…
12 लाख में कनाडा PR
बठिंडा के भाई मतिदास नगर के रहने वाले बलबीर सिंह ने शिकायत दी कि अर्पणा सगोत्रा और उसके पति संजय सिंह ने मोहाली के सेक्टर-106 में इमार सोसाइटी में कोठी नंबर-45 में अपना इमिग्रेशन दफ्तर खोला हुआ था। वह घर से इमिग्रेशन दफ्तर चला रहे थे।
एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से वह उनके संपर्क में आया और कनाडा के लिए उक्त दंपती की कंपनी में आवेदन किया। उन्होंने उसे कनाडा में पीआर दिलाने के लिए 12 लाख रुपए की मांग की। उसने यह रकम जमा करा दी। मगर, रकम लेने के बाद आरोपियों ने उसे वीजा नहीं दिया। उल्टा धमकाने लगे। उसे जो चेक दिए गए थे, वे भी बाउंस हो गए।
पैसे ले लिए पर वीजा नहीं दिया, फोन पर धमकाया
कृष्णगढ़ के रहने वाले सुखजीत सिंह ने बताया कि एक सोशल प्लेटफार्म के माध्यम से वह उनके संपर्क में आया था। दंपती ने उसे परिवार समेत कनाडा भेजने का झांसा देकर उससे 6 लाख रुपए लिए। इसके बाद न वीजा दिया और न ही रकम वापस की। उसे कुछ चेक दिए गए, जो बाद में बाउंस हो गए। वह उनके दफ्तर पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। फोन पर बात हुई तो उसे धमकाने लगे।
18 लाख ठगने की कहानी
गुरदासपुर की रहने वाली एकता ने 2 अन्य लोगों के साथ मिलकर मोहाली के एसपी को शिकायत दी। जिसमें उसने बताया कि उन्हें विदेश भेजने के लिए 18 लाख रुपए लिए गए थे। इसके बाद उन्हें न विदेश भेजा गया और न ही रकम वापस लौटाई गई। एसपी ने डीएसपी से इसकी जांच कराई। जिसके बाद पुलिस ने अपर्णा और उसके पति पर केस दर्ज कर लिया था।
बैंक खाते खंगालेंगी पुलिस
मोहाली के एसएचओ गगनदीप सिंह ने कहा कि ठगी की रकम काफी ज्यादा है। इस वजह से पुलिस उसके बैंक खातों की डिटेल और प्रॉपर्टी की डिटेल पता कर रही है। पुलिस कोर्ट के जरिए उसकी संपत्ति भी कुर्क कराएगी ताकि ठगी के शिकार हुए लोगों को इंसाफ मिल सके। वही मोहाली के DSP सिटी-2 हरसिमरन सिंह बल ने बताया कि पकड़ी गई आरोपी अर्पणा पर सोहाना थाने में ही अधिकतर केस दर्ज हैं। सारे इमिग्रेशन फ्रॉड के है। ज्यादातर पीड़ित पंजाब के जिलों के है। इसके अलावा जिले के अन्य नामों से भी डिटेल मांगी गई है। वहीं, पड़ोसी राज्यों भी इस बारे में अलर्ट भेजा गया है। ताकि वहां से भी जानकारी मिल पाए।