कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने मंगलवार को लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस (Adjournment Motion notice) दिया। इसमें उन्होंने सीमा की स्थिति और चीन के साथ भारी व्यापार घाटे पर चर्चा की मांग की हैं।
क्या है नोटिस में?
नोटिस में मनीष तिवारी ने कहा, ‘मैं सदन की कार्यवाही स्थगित करने के लिए एक प्रस्ताव लाने की अनुमति मांगना चाहता हूं, जिसका उद्देश्य एक निश्चित मामले पर चर्चा करना है। यह सदन सीमा की स्थिति और चीन के साथ भारी व्यापार घाटे पर चर्चा करने के लिए शून्यकाल और प्रश्नकाल और दिन के अन्य कार्यों से संबंधित प्रासंगिक नियमों को निलंबित कर दे।’
2019 से दो देशों के रिश्ते ठीक नहीं
नोटिस में आगे लिखा है कि ‘2019 से भारत और चीन के बीच सीमा पर टकराव जारी है। ऐसी खबरें हैं कि चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में पेट्रोलिंग प्वाइंट तक पहुंच को अवरुद्ध कर दिया है। हाल ही में चीन ने सेवा सुरंग के उद्घाटन को अस्वीकार कर दिया और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को अपना क्षेत्र बताने का दावा किया। इसके अलावा, 2023-24 में चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है, जिसमें निर्यात 16.65 बिलियन अमेरिकी डॉलर और आयात 101.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
केसी वेणुगोपाल ने भी जारी किया नोटिस
इस बीच, कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन के संबंध में लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। उन्होंने तत्काल खोज और बचाव उपाय करने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन में मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने मंगलवार को लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। उन्होंने मांग की है कि शून्यकाल और प्रश्नकाल और दिन के अन्य कार्यों से संबंधित प्रासंगिक नियमों को निलंबित कर दिया जाए ताकि इस मुद्दे पर खुलकर चर्चा की जाए।