चंडीगढ़ कोर्ट कॉम्प्लेक्स में फायरिगं की घटना सामने आई है. दरअसल दो पक्ष एक मैरिज डिस्प्यूट के सिलसिले में फैमिली कोर्ट में आए थे. इस दौरान पंजाब पुलिस के पूर्व एआईजी मलविंदर सिंह सिद्धू ने अपने दामाद पर गोलियां चला दीं, जिससे उसकी मौत हो गई, मरने वाला दामाद कृषि विभाग में आईआरएस था।
दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही थी कि तभी आरोपी ने बाथरूम जाने की बात कही. इस पर उसके दामाद ने कहा कि मैं रास्ता बताता हूं. दोनों कमरे से बाहर निकल गए।
इसी दौरान आरोपी ने अपनी बंदूक से पांच फायर किए. इनमें से दो गोली युवक को लगी. वहीं एक गोली अंदर कमरे के दरवाजे पर लगी. दो फायर खाली चले गए. गोली की आवाज सुनते ही कोर्ट में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे वकीलों ने आरोपी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद घायल को सेक्टर 16 अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे में बंद आरोपी को हिरासत में लिया और थाने ले गई।
पत्नी के साथ चल रहा था विवाद
जांच में सामने आया कि हरप्रीत का काफी समय से पत्नी के साथ विवाद चल रहा था। उनके बीच तलाक से पहले समझौते का मामला चंडीगढ़ जिला अदालत के मध्यस्थता केंद्र में चल रहा था। हरप्रीत की पत्नी इस समय विदेश में है और उसकी जगह उसके पिता मलविंदर सिंह सिद्धू अध्यक्षता केंद्र में सुनवाई के लिए पहुंचे। शनिवार को उनके मामले की तीसरी सुनवाई थी।
पांव और पेट में लगी गोलियां
शनिवार को जैसे ही हरप्रीत मध्यस्थता केंद्र में पहुंचे तभी सिद्धू ने बाथरूम जाने का बहाना बनाया और हरप्रीत को साथ चलने को बोला। जैसे ही वे दोनों मध्यस्ता केंद्र के कमरे से बाहर निकले तभी सिद्धू ने हरप्रीत पर ताबड़तोड़ चार गोलियां चला दी। एक गोली हरप्रीत के पांव में लगी जबकि एक उनके पेट में लगी।
गोलियों की आवाज सुन अदालत के कर्मचारियों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। कुछ कर्मचारियों ने सिद्धू को पकड़ लिया और एक कमरे में बंद कर दिया। इतने में सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। वही हरप्रीत को जब अस्पताल ले जाने लगे तो रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।