बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा के भरौली चेकपोस्ट पर ट्रकों से अवैध वसूली का मामला सामने आने के बाद संदेह के घेरे में आने वाले पुलिसकर्मियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है। एसपी विक्रांत वीर ने शनिवार को स्पेशल वेपंस एंड टैक्टिस (स्वाट) शाखा भंग कर दी। इसमें तैनात स्वाट प्रभारी सहित सात पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।
पूर्व एसपी देवरंजन वर्मा द्वारा की गई कई तैनातियां निरस्त कर दी गई हैं। इससे पहले मामले में एसपी के स्टेनो सहित 20 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।
चौकी प्रभारी समेत सात पुलिकर्मियों के खिलाफ मुकदमा
नरही के पूर्व थानाध्यक्ष पन्नेलाल और कोरंटाडीह चौकी प्रभारी सहित सात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पन्नेलाल सहित चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। विक्रांत वीर ने बताया कि शीघ्र ही नई टीम का गठन किया जाएगा।
स्वाट प्रभारी उत्तर प्रदेश निरीक्षक कौशल कुमार पाठक समेत मुख्य आरक्षी जसवीर, लवकेश पाठक, आरक्षी महेश कुमार, शशि भूषण, मंजीत कुमार पर कार्रवाई की गई है। विवेचना में कोरंटाडीह चौकी में तैनात फालोअर अशोक का भी नाम सामने आया था। उसे नरही से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि चौकी प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर अब भी फरार है।
20 आरोपितों को रिमांड पर लेकर की जा रही पूछताछ
उधर, ट्रकों से वसूली कांड को लेकर नरही के गिरफ्तार थानाध्यक्ष पन्नेलाल सहित 20 आरोपितों को पुलिस रिमांड में लेकर 55 घंटे तक पूछताछ करने के बाद शनिवार को फिर जेल भेज दिया गया। पूर्व थानाध्यक्ष पन्नेलाल से ही छह घंटे तक पूछताछ की गई लेकिन उसने कुछ खास जानकारी नहीं दी। विवेचना कर रहे अपर पुलिस अधीक्षक सौरभ अग्रवाल ने बताया कि पूछताछ में भले ही कुछ हाथ नहीं लगा लेकिन अन्य साक्ष्यों को टटोला जा रहा है।
सपी विक्रांत वीर ने शनिवार को स्पेशल वेपंस एंड टैक्टिस (स्वाट) शाखा भंग कर दी। साथ ही सात पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर भी कर दिया है। इससे पहले मामले में एसपी के स्टेनो सहित 20 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।