लोकसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) पर नियंत्रण को लेकर तृणमूल सांसद सौगत रॉय और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
देश में उग्रवाद का मुद्दा उठाते हुए सौगत रॉय ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि हर हफ्ते सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच झड़पों और मुठभेड़ों की खबरें आती हैं। प्रश्नकाल के दौरान बोलते हुए सौगत रॉय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में वामपंथी उग्रवाद था, लेकिन ममता बनर्जी सरकार ने इसे नियंत्रित किया, विकास पर काम किया और आदिवासियों को रोजगार दिया।
सौगत ने सवाल किया, “क्या केंद्रीय गृह मंत्री और राज्य के मंत्री पश्चिम बंगाल के मॉडल का अनुसरण करेंगे और इसे छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में भी अपनाएंगे? क्योंकि, वे वामपंथी उग्रवाद को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं हैं।”
सांसद ने दिया छत्तीसगढ़ का उदाहरण
सांसद की यह टिप्पणी छत्तीसगढ़ में हाल ही में हुए नक्सली हमलों के मद्देनजर आई है। जुलाई के मध्य में, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट में दो सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी और चार अन्य घायल हो गए थे। इसी तरह जून में, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए एक आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के दो जवान मारे गए थे।
लोकसभा में मंगलवार को तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) पर नियंत्रण का मुद्दा उठाया। प्रश्नकाल के दौरान बोलते हुए सौगत रॉय ने ममता बनर्जी सरकार की तारीफ करते हुए सदन को उनका उदाहरण दिया। उन्होंने कहा क्या केंद्रीय गृह मंत्री और राज्य के मंत्री पश्चिम बंगाल के मॉडल का अनुसरण करेंगे और इसे छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में भी अपनाएंगे? इसपर अमित शाह ने करारा जवाब दिया। क्या गृह मंत्री बंगाल का मॉडल पूरे देश में लागू करेंगे? अमित शाह: बंगाल का मॉडल कोई राज्य अपनाना नहीं चाहेगा।