रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने नेट जीरो से लेकर ट्रू5जी टेलीकॉम नेटवर्क और रिटेल की शुरुआत तक की योजनाओं की रूपरेखा तैयार करते हुए कहा कि कंपनी ने पूंजीगत व्यय के पिछले दौर के बाद अपनी बैलेंस शीट को मजबूत किया है और विकास के अगले स्तर के लिए तैयार है।
कंपनी की लेटेस्ट वार्षिक रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि अस्थिरता और अनिश्चितता की दुनिया में, भारत स्थिरता और समृद्धि के प्रकाशस्तंभ के रूप में चमक रहा है।
हरित मार्ग पर आगे बढ़ रही रिलायंस
भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी जिसने पिछले एक दशक में तेल और रसायनों के अपने मुख्य व्यवसाय में दूरसंचार, खुदरा और वित्त को जोड़ा, अब 2035 तक अपने परिचालन से शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन को लक्षित करते हुए एक हरित मार्ग पर आगे बढ़ रही है।
अंबानी ने कहा कि 2016 में जियो 4जी मोबाइल टेलीफोनी सेवाओं के शुभारंभ ने डेटा डार्क इंडिया को डेटा समृद्ध राष्ट्र में बदल दिया, जिससे हर भारतीय घर को किफायती, हाई-स्पीड 4जी डेटा की आपूर्ति हुई ।
भारत में शुरू किया अपना ट्रू5जी नेटवर्क
उन्होंने कहा कि इस साल, जियो ने विश्व रिकॉर्ड समय में पूरे भारत में अपना ट्रू5जी नेटवर्क शुरू करके देश के डिजिटल बुनियादी ढांचे को और बढ़ाया है। खुदरा क्षेत्र के बारे में उन्होंने कहा कि भारत के सबसे बड़े खुदरा विक्रेता के रूप में, रिलायंस रिटेल तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की खपत की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
यहां इसके उत्पादों की व्यापक रेंज लोगों तक पहुंच रही है, वहीं इसकी नई वाणिज्य पहल सिर्फ किराने के सामान से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक की होम डिलीवरी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि छोटे स्वदेशी व्यापारियों और किराना दुकान मालिकों को भी समर्थन दे रही है। उन्होंने कहा कि रिलायंस ने पूंजीगत व्यय के पिछले दौर के बाद अपनी बैलेंस शीट को मजबूत किया है और विकास के अगले स्तर के लिए तैयार है।