रेफ्रिजरेटर तो लगभग सभी के घर में होता है. न भी हो तो कोल्ड ड्रिंक की दुकान पर आपने इसे जरूर देखा होगा. रेफ्रिजरेटर एक टाइप से चीजों को ठंडा करने का काम करता है. दरअसल, रेफ्रिजरेशन वातावरण से गर्मी निकाल कर नॉर्मल तापमान को कम ताप पर पहुंचने की प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया के लिए ही रेफ्रिजरेटर का इस्तेमाल किया जाता है. क्या आपने कभी सोचा है कि रेफ्रिजरेटर कैसे काम करता है? आज के इस आर्टिकल में हम इसी बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.
इसलिए लंबे समय तक चलता है खाना
रेफ्रिजरेटर कैसे काम करते हैं?
रेफ्रिजरेटर के काम को हम आपको बहुत ही सरल भाषा में समझाते हैं. उदाहरण के साथ समझिए, जब आपको गर्मी लगती है तो आपको पसीना आता है, और जब पसीना सुख जाता है या वाष्पित हो जाता है तो शरीर का तापमान गिरता है, और आप ठंडक महसूस करते है. रेफ्रिजरेटर भी इसी कांसेप्ट पर काम करता है. रेफ्रिजरेटर में जब लिक्विड वाष्पित होता है, तो रेफ्रिजरेटर में ठंडक पैदा होती है. इसके साथ ही वाष्प पुनः लिक्विड में परिवर्तित भी होती है. यह चक्र ऐसे ही जारी रहता है.
रेफ्रिजरेटर के काम करने का प्रोसेस
अगर आप रेफ्रिजरेटर के नीचे या पीछे देखेगे, तो आपको एक पतली पाइप आगे से पीछे जाती हुई दिखाई देगी. पुराने समय में इस पाइप में Freon गैस भरी जाती थी, लेकिन यह पर्यावरण के अनुकूल नहीं थी, इसलिए आज रेफ्रिजरेटर में एक अलग प्रकार की गैस या रेफ्रिजरेंट का इस्तेमाल किया जाता है. रेफ्रिजरेटर में रेफ्रिजरेंट को एक कंप्रेसर के माध्यम से, फ्रिज के अंदर ट्यूबों से पंप किया जाता है. फिर रेफ्रिजरेंट को कंप्रेस्ड किया जाता है जिससे वह वाष्प में बदल जाती है. इस प्रोसेस में गर्म हवा रेफ्रिजरेटर से बाहर निकल जाती है, और ठंडी हवा रह जाती है.
बाहर निकली वाष्प पतले पाइपों से होकर गुजरती है. गर्म होने की वजह से यह फिर से लिक्विड में बदल जाती है. इस पूरे प्रोसेस को लगातार दोहराया जाता है. इसके अलावा, जब रेफ्रिजरेटर एक निश्चित ठंडे तापमान तक पहुँच जाता है, तो कंप्रेसर खुद बंद हो जाता है. इसके अलावा, जब रेफ्रिजरेटर का तापमान गर्म होता है तो कंप्रेसर फिर से चालू हो जाता है.