भारतीय मूल की प्रख्यात अमेरिकी अटॉर्नी हरमीत ढिल्लों ‘रिपब्लिकन नेशनल कमेटी’ (आरएनसी) के अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं जीत सकीं। शुक्रवार को हुए इस हाई-प्रोफाइल चुनाव में रोना मैकडेनियल को एक बार फिर आरएनसी अध्यक्ष चुन लिया गया। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करीबी माने जानी वाली मैकडेनियल का कार्यकाल दो साल का होगा। गुप्त मतदान के जरिये हुए चुनाव में उन्हें 111 वोट मिले, जबकि ढिल्लों को 51 मत हासिल हुए। वहीं, माईपिलो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) माइक लिंडेल को चार वोटों से संतोष करना पड़ा।
इस जीत के साथ मैकडेनियल गृह युद्ध के बाद सबसे लंबे समय तक आरएनसी अध्यक्ष पद पर सेवाएं देनी वाली शख्स बन गई हैं। ट्रंप ने 2016 में आरएनसी का नेतृत्व करने के लिए उनका चयन किया था। मैकडेनियल की मुख्य प्रतिद्वंद्वी और ट्रंप की वकील ढिल्लों ने पत्रकारों से कहा, “पार्टी एकजुट नहीं है। पार्टी में अभी जिस तरह की गतिविधियां चल रही हैं, उससे कोई भी एकजुट नहीं रहने वाला है। ऐसा लगता है कि ज़मीनी स्तर के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।” ट्रंप ने मैकडेनियल का निजी तौर पर समर्थन किया था। पूर्व राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर मैकडेनियल को आरएनसी अध्यक्ष पद के चुनाव में उनकी जीत के लिए बधाई भी दी।