
इस अंतरिक्ष मिशन ने करीब एक महीना पृथ्वी की कक्षा में चक्कर काटे। इसके बाद वह चंद्रमा की तरफ रवाना हुआ और 16 दिन चंद्रमा की कक्षा में रहने के बाद 2 मार्च को सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतरा।
इस अंतरिक्ष मिशन ने करीब एक महीना पृथ्वी की कक्षा में चक्कर काटे। इसके बाद वह चंद्रमा की तरफ रवाना हुआ और 16 दिन चंद्रमा की कक्षा में रहने के बाद 2 मार्च को सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतरा।
ब्लू घोस्ट मिशन का क्या है उद्देश्य
ब्लू घोस्ट मिशन के साथ नासा ने अपने 10 पेलोड भेजे हैं, जो उसके कमर्शियल लूनर पेलोड सर्विस प्रोग्राम का हिस्सा है। इस मिशन से चंद्रमा के वातावरण को लेकर अहम जानकारी जुटाने का लक्ष्य है। ब्लू घोस्ट चांद के आंतरिक हिस्से में गर्मी के बहाव का अध्यन करेगा, जिससे वैज्ञानिकों के चांद पर गर्मी की उत्पति का पता चल सकेगा। ब्लू घोस्ट मिशन करीब 14 दिनों का है, यह चांद पर एक दिन के बराबर है। फायरफ्लाई एयरोस्पेस के इस सफल मिशन से चांद पर इंसानी पहुंच को बढ़ाने की कोशिशों को बढ़ावा मिलेगा।