हालांकि, राहत की बात यह रही कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। फिलहाल, आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। 

उल्लेखनीय है कि इससे पहले, 20 फरवरी को देर रात खरखौदा क्षेत्र के पिपली गांव स्थित कृष्णा पालीमर फैक्ट्री में आग लगी थी। दमकल कर्मियों ने करीब साढ़े चार घंटे बाद आग पर काबू पाया था। फैक्ट्री जैसे ही आग की लपटें उठीं तो फैक्ट्री के सुरक्षा गार्ड ने इसकी सूचना फैक्ट्री मालिक को दी। 

इसके बाद तुरंत दमकल विभाग को फोन किया गया। खरखौदा और सोनीपत के दमकल केंद्रों से कुल नौ गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया। आग इतनी विकराल थी कि उसे पूरी तरह बुझाने में साढ़े चार घंटे लग गए। 

जानकारी के मुताबिक, रात को आग करीब साढ़े 11 बजे लगी थी, दमकल केंद्र को उसी दौरान काल कर सूचना भी दी गई और खरखौदा दमकल केंद्र से मौके पर गाड़ियों के भेज भी दिया गया, लेकिन आग पर काबू कर लेने का मैसेज मिलने पर दमकल गाड़ी वापस आ गई। इसके बाद डेढ़ बजे फिर से आग के धधक जाने की सूचना दमकल केंद्र को दी गई। इस सूचना पर जिले भर से नौ गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।