
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में अगर वह शतक से 16 रन से चूके नहीं होते तो यह उनका 52वां वनडे शतक होता। हालांकि वह मायूस नहीं होंगे। वह लंबे समय से स्पिनरों के खिलाफ परेशान चल रहे थे। इस दौरान वह इससे पूरी तरह उबरते दिखाई दिए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले साल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान पर्थ टेस्ट में शतक के बाद लगातार रनों के लिए जूझ रहे विराट कोहली ने चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी पुरानी फॉर्म को हासिल करते हुए लेग स्पिन के खिलाफ आ रही दिक्कतों पर भी पार लिया है। पाकिस्तान के खिलाफ शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रन की पारी के दौरान विराट एक बार फिर नई ऊंचाइयां छूने को आतुर दिख रहे हैं।