
आम आदमी पार्टी के सांसद मलविंदर सिंह कंग (Malvinder Singh Kang) ने मंगलवार को लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया और पंजाब में भारत- पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा (India-Pakistan International Border) पर ड्रोन के माध्यम से नशा तस्करी का मुद्दा उठाया गया। उन्होंने सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देते हुए राज्य में नशे और अवैध हथियारों की बढ़ती तस्करी से निपटने के उपायों पर संसद में चर्चा की मांग की।
केंद्र सरकार से सीमा सुरक्षित करने की मांग की
कंग ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य में नशे के खिलाफ व्यापक अभियान चला रहे हैं, इसलिए केंद्र सरकार को भी अंतरराष्ट्रीय सीमा को सुरक्षित करने के लिए अपने प्रयासों को आगे बढ़ाना जरूरी है। ड्रोन के माध्यम से नशे और अवैध हथियारों की तस्करी पंजाब के युवाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों के लिए गंभीर खतरा है।
कंग ने कहा कि पंजाब नशे के विरुद्ध अपनी भूमिका निभा रहा है, लेकिन सीमा की सुरक्षा केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आती है। नशे और हथियारों के प्रवेश को रोकना उनकी जिम्मेदारी है। ड्रोन और अवैध तस्करी को रोकने के लिए बीएसएफ को उन्नत तकनीक और संसाधन प्रदान किए जाने चाहिए।
‘केंद्र को पंजाब सरकार से समन्वय बनाना चाहिए’
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को नशे को खत्म करने के लिए पंजाब के साथ समन्वय बनाकर काम करना चाहिए। पंजाब के युवाओं का भविष्य हमारे संयुक्त प्रयासों पर निर्भर करता है।
उन्होंने कहा कि जब तक राज्य सरकार यह लड़ाई लड़ती है, केंद्र चुप नहीं रह सकता। स्थगन प्रस्ताव नशे की समस्या से निपटने और नशा मुक्त पंजाब को सुनिश्चित करने के लिए आम आदमी पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कई बार गृह मंत्री को भी लिखा है पत्र
कंग ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कई बार केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए निर्णायक कार्रवाई का आग्रह किया है, इसलिए केंद्र को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और इसके लिए उचित कदम उठाने चाहिए। पंजाब की सीमाओं की सुरक्षा सिर्फ पंजाब की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय महत्व का मामला है।