
सीएम मान से नाराज हैं किसान संगठन
पांच मार्च को चंडीगढ़ कूच करने का आह्वान सरकार ने दबा दिया था जिस कारण किसान संगठन मुख्यमंत्री से नाराज हैं। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री यह कहकर गलतबयानी कर रहे हैं कि किसानों की मांगों का संबंध केंद्र सरकार से है, पंजाब से नहीं।
किसानों की बैठक से चले गए थे सीएम
रोचक बात यह है कि तीन मार्च को मुख्यमंत्री ने किसानों के साथ उनकी 18 मांगों को लेकर बैठक की थी परंतु आठ-नौ मांगों पर दो घंटे चर्चा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कह दिया था कि उन्हें अपनी आंख का इलाज करवाने के लिए डॉक्टर के पास जाना है।
उन्होंने किसानों से अपील भी की थी कि वे पांच मार्च को चंडीगढ़ कूच का प्रोग्राम रद कर दें क्योंकि बार-बार धरने लगाना पंजाब के हित में नहीं है। किसान संगठनों ने मुख्यमंत्री का यूं मीटिंग से उठकर जाने का बुरा मनाया।
इन संगठनों ने पंद्रह मार्च को अपनी मांगों को लेकर फिर से बैठक चंडीगढ़ किसान भवन में रखी थी जो किन्हीं कारण से रद कर दी गई। अब यह बैठक रविवार को चंडीगढ़ में ही होगी। लक्खोवाल ने सभी किसान संगठनों से समय पर पहुंचने की अपील की।