
सरकार के दावों के बावजूद स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के सैकड़ों पद खाली हैं। मेडिकल कॉलेज जम्मू व सहायक अस्पतालों में 40 प्रतिशत से अधिक डॉक्टरों के पद खाली हैं।
विधायक अरविंद गुप्ता के पूछे प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से कहा कि जीएमसी जम्मू व सहायक अस्पतालों में डॉक्टरों के 639 पद हैं जिनमें से 361 पर स्थायी नियुक्तियां हुई हैं। शेष 278 पद खाली हैं।
पैरामेडिकल स्टाफ के कुल 2987 पदों में से 2050 पर नियुक्तियां हुई हैं। शेष 928 पद खाली पड़े हुए हैं। चतुर्थ श्रेणी के 1767 पदों में से 1303 पर नियुक्तियां हुई हैं। 464 पद खाली पड़े हुए हैं।
विभाग का कहना है कि कई डॉक्टरों के त्यागपत्र देने और पदोन्नति के कारण पद रिक्त हैं। पदों को स्थायी नियुक्ति के लिए रेफर करने पर विचार चल रहा है। पैरामेडकिल के रिक्त पदों को स्थायी नियुक्तियों के लिए रेफर करने पर विचार चल रहा है।
तालाब तिल्लो में नया स्वास्थ्य केंद्र खोलने की योजना नहीं
विभाग ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने वाले अस्पतालों में से सरवाल अस्पताल जम्मू में 128 पदों में से 29 खाली पड़े हैं। प्राथमिक चिकित्सा केंद्र गोल गुजराल में 16 पदों में से तीन, अर्बन हेल्थ सेंटर शक्तिनगर में पांच में से एक और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भगवती नगर में नौ में से एक पद खाली हैं।
तालाब तिल्लो क्षेत्र में कोई नया स्वास्थ्य केंद्र खोलने की योजना नहीं है। जीएमसी जम्मू, एसएमजीएस अस्पतालों में पार्किंग की व्यवस्था पर कहा है कि जीएमसी जम्मू में नई पार्किंग का प्रस्ताव नहीं है। लेकिन श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में 3699.50 लाख से बहु मंजिला पार्किंग की एक डीपीआर बनाकर जम्मू नगर निगम को भेजी गई है।
जम्मू-कश्मीर में हर 3500 लोगों पर स्वास्थ्य संस्थान
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इट्टू ने शनिवार को बताया कि स्वास्थ्य संस्थान घनत्व में जम्मू-कश्मीर बड़े राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में शीर्ष स्थान पर है। राष्ट्रीय स्तर पर औसतन 6000 लोगों के मुकाबले जम्मू-कश्मीर में हर 3500 लोगों पर एक स्वास्थ्य संस्थान है।
डोडा में राजकीय मेडिकल कॉलेज परियोजना को पूरा करने के लिए पहले से सिविल कार्यों के लिए तय की 139 करोड़ की धनराशि में बढ़ोतरी कर उसे 164.90 करोड़ किया है। डोडा जीएमसी और अस्पताल में फैकल्टी, डॉक्टरों व पैरामेडिकल कर्मियों के रिक्त पदों को भी जल्द भरने के लिए संबधित भर्ती एजेंसियों से कहा है। उन्हें फास्ट ट्रैक पर भरा जाएगा।
बनिहाल के विधायक सज्जाद शाहीन, छन्नपोरा श्रीनगर के विधायक मुश्ताक गुरू और विधायक पीरजादा मोहम्मद सईद के तारांकित प्रश्नों के जवाब में में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इट्टू ने बताया कि डॉक्टर-रोगी अनुपात में सुधार करने और उपचार के माध्यमिक और तृतीयक स्तर पर उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने केंद्र प्रायोजित योजना मौजूदा रेफरल/जिला अस्पतालों से जुड़े नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के तहत अनंतनाग, बारामुला, डोडा, कठुआ और राजौरी में पांच नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना को मंजूरी दी है।