
मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने दी चेतावनी
क्या बोले सांसद असदुद्दीन ओवैसी?
वहीं, विरोध-प्रदर्शन में पहुंचे एआईएमआईएम (AIMIM) सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमारा काम विरोध करना है, क्योंकि ये बिल असंवैधानिक है। ओवैसी ने कहा कि यह बिल वक्फ की जायदाद को बचाने के लिए नहीं है बल्कि वक्फ की जायदादों को खत्म करने के लिए है। उन्होंने कहा कि इनकी नियत खराब है, ये चाहते हैं कि दो समुदायों में दूरियां बढ़ें।
वक्फ संशोधन विधेयक पर विपक्ष कर रहा गुमराह: किरेन रिजिजू
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने जोर देकर कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पर मुस्लिम समाज में भ्रम फैलाया जा रहा है। लाउडस्पीकर से गली-गली गलत संदेश दिया जा रहा है कि सरकार वक्फ की जमीनें छीन लेगी, कब्रगाहों पर कब्जा कर लेगी। यह सारी गलत बातें हैं, लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
कानून से चलता है हिंदुस्तान
उन्होंने आगे कहा कि हिंदुस्तान कानून से चलता है। कैसे कोई किसी की जमीन छिन सकता है? यह सोचना ही गलत है और इससे बड़ा कोई झूठ नहीं हो सकता है। केंद्रीय मंत्री का यह स्पष्ट रुख एक बार फिर सोमवार को जंतर-मंतर पर वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से आयोजित धरना-प्रदर्शन की पूर्व संध्या पर आया है।
वह इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी से इतर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इफ्तार पार्टी में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली सरकार में मंत्री आशीष सूद व अल्पसंख्यक मोर्चा दिल्ली के अध्यक्ष अनीस अब्बासी समेत अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
विपक्षों दलों पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप
इस मौके पर मुख्यमंत्री को मोर्चा के पदाधिकारियों ने राम दरबार भेंट की। किरेन रिजिजू ने कहा कि अगर सरकार कुछ गलती करती भी है तो न्यायालय है। लोग न्यायालय जा सकते हैं। उन्होंने विपक्षी दलों पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष का काम विरोध करना है, लेकिन झूठ तो न बोले।
प्रदर्शन में भाग लेंगे वरिष्ठ पदाधिकारी
उधर, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एक पदाधिकारी ने बताया कि वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में सोमवार को आयोजित विरोध प्रदर्शन में जमीयत उलेमा-ए-हिंद, जमात-ए-इस्लामी, जमीयत अहले हदीस व ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल जैसे धार्मिक संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे।
इसी तरह, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, राजद से मनोज झा, आप से संजय सिंह समेत डीएमके, एआइएमआइएम, तृणमुल कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों को भी आमंत्रित किया गया है। खासकर विपक्षी दलों के वह नेता मौजूद होंगे, जिन्होंने जेपीसी में वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया था। पदाधिकारी के अनुसार, प्रदर्शन में केंद्र सरकार के विरुद्ध आगे के आंदोलन की घोषणा होगी।