
आपकी प्राथमिकताएं क्या हैं? सबसे पहले क्या कुछ करना चाहेंगे?
दिल्ली में 11 साल से समाज कल्याण के क्षेत्र में कोई उल्लेखनीय काम नहीं हुआ। केंद्र सरकार की योजनाएं लागू नहीं की गईं जबकि पहले से चली आ रही पुरानी योजनाओं पर गंभीरता से काम नहीं किया गया। ऐसे में हमारी प्राथमिकता समाज कल्याण के क्षेत्र में हर वो काम करने की रहेगी, जो जरूरी है।नई पेंशन बनाई जाएंगी एवं संकल्प पत्र में किए गए वादे के अनुसार 500- 500 रुपये की वृद्धि भी जल्द की जाएगी। 60 से 70 साल तक 2000 की तरह 2500 मिलेंगे और 70 साल के बाद 2500 की जगह 3000 रुपये मिलेंगे। कोशिश है कि इसी साल कम से कम 50 हजार और बुजुर्गों को पेंशन मिलने लगे। इसके अलावा केंद्र सरकार की सभी योजनाएं भी दिल्ली में लागू की जाएंगी।
वृद्धावस्था पेंशन का दायरा बढ़ाने और इसकी राशि में वृद्धि करने का चुनावी वादा कब तक पूरा होगा?
इस दिशा में काम शुरू हो चुका है। अभी हमारी सरकार बने हुए माह भर ही हुआ है, लेकिन हमने लंबित आवेदनों में से करीब 10 हजार पेंशन बना भी दी हैं। पेंशन राशि में वृद्धि की घोषणा भी बहुत जल्द कर दिए जाने की उम्मीद है।
केंद्र सरकार की कौन कौन सी योजनाएं लागू की जाएंगी?
डॉ. अंबेडकर मेडिकल एड योजना – अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों का बेहतर उपचार करने में मददगार होगी। जिसका लाभ लोगों को मिलेगा। प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं को उच्च स्तर तक की पढ़ाई के लिए फ्री कोचिंग दी जाएगी। इसके अलावा पीएम अजय योजना इस वर्ग के लोगों को हर परेशानी से जूझते हुए भी आगे बढ़ने में मदद देगी।
दिव्यांगों को अक्सर अपना प्रमाण पत्र और पेंशन बनवाने के लिए भी भटकना पड़ता है। क्या इस स्थिति में कोई सुधार संभव है?
बिल्कुल सुधार किया जा रहा है। हम लोग दिव्यांग लोगों के लिए सिंगल विंडो बनाने पर काम कर रहे हैं। दिव्यांग लोगों को कोई भी समस्या होगी तो वे सीधे उस विंडो पर संपर्क कर सकेंगे। निश्चित समयावधि में उनकी समस्या का निराकरण किया जाएगा। इससे उन्हें सुविधा होगी।
अनुसूचित जाति एवं जनजाति के विद्यार्थियों के लिए पिछली सरकार के कार्यकाल में घोषणाएं तो बहुत की गईं, लेकिन उन पर अमल ज्यादा नहीं हुआ। क्या कहेंगे?
मैं पिछली सरकार के कामकाज पर टिप्पणी न करके अपने काम पर बात करना चाहूंगा। हालांकि यह सही है कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों के लिए घोषणाएं बहुत हुईं, लेकिन काम ज्यादा नहीं हुआ। इस वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति तक नहीं मिल रही है।
बाहरी दिल्ली क्षेत्र से 11 साल बाद कोई मंत्री बना है। आपसे केवल आपके विभागों में ही अच्छा करने की उम्मीद नहीं है, बल्कि बाहरी दिल्ली के देहात को भी काफी अपेक्षाएं हैं। कैसे पूरी करेंगे?
इसके लिए भी पूरा रोड मैप तैयार किया जा रहा है। जल्द बाहरी दिल्ली का हिस्सा नई दिल्ली की तरह विकसित होगा। यहां की सड़कें बेहतर होंगी। मेट्रो का विस्तार किया जाएगा। यहां खेल सुविधाओं का विस्तार होगा, ग्रामीण विकास पर फोकस रहेगा।