
गानों और गायकों की तैयार हो रही लिस्ट
मुख्यमंत्री के ओएसडी पब्लिसिटी गजेंद्र फौगाट भी हरियाणवी गायक हैं। इंटरनेट मीडिया पर बहस छिड़ पड़ी कि प्रतिस्पर्धा के चलते मासूम शर्मा के गाने गजेंद्र फौगाट ने हटवाए हैं। विवाद बढ़ने पर रविवार को एक लेटर भी जारी हुआ था कि गजेंद्र फौगाट से सरकार ने दफ्तर खाली करवा लिया है।
इस पर सोमवार को गजेंद्र फौगाट ने कहा-मुझसे कोई दफ्तर खाली नहीं कराया गया है, वहीं बैठा हूं। मीडिया में मेरे से संबंधित खबरों को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि दफ्तर खाली कराने जैसा कोई लेटर तक जारी नहीं हुआ है। जहां तक गन कल्चर के गानों की बात है तो मुझे भी गन कल्चर के गानों को प्रलोभन दिया गया था, लेकिन मैंने समझौता नहीं किया।
गन कल्चर पर ऐसे बढ़ता गया विवाद
शादियों में बढ़ती हर्ष फायरिंग के बाद से डीजे के गानों को लेकर सबसे पहले 2015 में सर्व खाप पंचायत रोहतक, झज्जर और सोनीपत ने आपत्ति उठाई थी। कई तरह के प्रस्ताव भी पारित किए गए। कलाकारों के बीच बढ़ते तनाव और गानों के विरोध को लेकर पूर्व सीएम मनोहर लाल ने भी ऐसे गानों को समाज के लिए हानिकारक बताया था।
अब सरकार ने गन कल्चर और गुंडागर्दी को बढ़ावा देने वाले गानों पर रोक लगाने का फैसला किया है। इसके बाद पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ चर्चा हुई थी। पुलिस महानिदेशक के अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने गन कल्चर के विरुद्ध अभियान चलाने की अनुमति प्रदान कर दी थी।
अमित सैनी का गाना रुकवाया, मासूम का माइक छीना
भिवानी में रविवार रात एक शो के दौरान अमित सैनी रोहतकिया का ‘302’ गाना बीच में ही रुकवा दिया गया था। इससे पहले शनिवार रात गुरुग्राम में मासूम शर्मा को भी बैन किया गाना ‘एक खटोला जेल के भीतर…’ गाने से पुलिस ने रोका था। उनका माइक तक छीन लिया गया था।