एनर्जी सेक्टर

वहीं, बिल गेट्स का मानना है कि एनर्जी सेक्टर और जलवायु परिवर्तन जैसे जुड़े समाधान बेहद कठिन है। बिल गेट्स की मानें तो यहां पर एआई की कुछ सीमाएं हैं, जिसके भीतर ही वह काम कर सकता है। इस क्षेत्र में विशेषज्ञों की आवश्यकता हमेशा से रही है और आगे भी रहेगी। इन क्षेत्रों में एआई का खास प्रभाव देखने की संभावनाएं काफी कम हैं।
इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि कोडिंग में भी एआई इंसानों को पीछे नहीं छोड़ पाएगा। बिल गेट्स का मानना है कि कोडिंग में मानवीय भूमिका काफी महत्वपूर्ण हैं। एआई लिख तो सकता है, लेकिन जटिल सॉफ्टवेयर डिजाइन, इनोवेशन और प्रॉब्लम सॉल्विंग के लिए मानव प्रोगरार्म की आवश्यकता होगी।