
अहमदाबाद। IPL में गुजरात टाइटंस की टीम ने मुंबई इंडियंस को 36 रनों से हरा दिया। इस मैच में गुजरात के लिए साई सुदर्शन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और अर्धशतक लगाकर टीम को जीत दिलाई। गुजरात ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 196 रन बनाए। इसके बाद मुंबई की टीम 20 ओवर्स में सिर्फ 160 रन ही बना पाई। वहीं, साई सुदर्शन के अर्धशतक से गुजरात टाइटंस ने इंडियन प्रीमियर लीग में शनिवार को यहां मुंबई इंडियन्स के खिलाफ आठ विकेट पर 196 रन बनाए। सुदर्शन ने 41 गेंद में चार चौकों और दो छक्कों से 63 रन की पारी खेलने के अलावा कप्तान शुभमन गिल (38) के साथ पहले विकेट के लिए 78 तथा जोस बटलर (39) के साथ दूसरे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी करके टीम के लिए अच्छा मंच तैयार किया।
शीर्ष तीन बल्लेबाजों के अलावा गुजरात के अन्य बल्लेबाजों को हालांकि रन बनाने के लिए जूझना पड़ा और सिर्फ शेरफेन रदरफोर्ड (18) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए। मुंबई की ओर से कप्तान हार्दिक पंड्या सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 29 रन देकर दो विकेट चटकाए। ट्रेंट बोल्ट, दीपक चाहर, मुजीब उर रहमान और सत्यनारायण राजू को एक-एक विकेट मिला।
पंड्या ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया जिसके बाद गिल और सुदर्शन ने पावर प्ले में बिना विकेट खोए 66 रन जोड़कर टाइटंस को तेज शुरुआत दिलाई। गिल ने ट्रेंट बोल्ट और दीपक चाहर पर चौके से शुरुआत की। सुदर्शन ने बोल्ट पर दो चौके मारने के बाद मुजीब उर रहमान का स्वागत लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ किया जबकि गिल ने चाहर पर चौका और छक्का मारा।
टाइटंस के पूर्व कप्तान पंड्या ने गिल को डीप बैकवर्ड स्कवार लेग पर नमन धीर के हाथों कैच कराके गुजरात की टीम को पहला झटका दिया। गिल ने 27 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा। सुदर्शन और बटलर ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया और 11वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा किया।
बटलर ने मिशेल सेंटनर की लगातार गेंदों पर छक्के और चौके के साथ तेवर दिखाए और फिर पंड्या पर भी चौका जड़ा। मुजीब ने बटलर को विकेटकीपर रेयान रिकेल्टन के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। सुदर्शन ने बटलर की गेंद पर एक रन के साथ 33 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
सुदर्शन और शेरफेन रदरफोर्ड (18) ने राजू पर छक्के जड़कर रन गति में इजाफा किया। रदरफोर्ड ने बोल्ट पर भी छक्का मारा लेकिन इस तेज गेंदबाज ने इसी ओवर में सुदर्शन को पगबाधा कर दिया। राहुल तेवतिया खाता खोले बिना रन आउट हुए जबकि चाहर ने रदरफोर्ड को सेंटनर के हाथों कैच कराके टीम की 200 रन तक पहुंचने की उम्मीद तोड़ दी।