
पंजाब के एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह गैरी ने इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के निकटवर्ती सूत्रों का कहना है कि एडवोकेट जनरल का कार्यकाल 31 मार्च तक का था इसलिए उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेज दिया है। एक दो दिन में मुख्यमंत्री उनका इस्तीफा मंजूर करके राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को भेज देंगे। यह भी सूचना है कि नए एजी की घोषणा भी मंगलवार तक की जा सकती है।
पहले भी हटाए जा चुके हैं तीन एजी
एडवोकेट गुरमिंदर सिंह का इस्तीफा मंजूर होते ही इस वर्ष में चौथे एडवोकेट जनरल की तलाश की तैयारी शुरू हो जाएगी। यह भी पहली बार हो रहा है कि एक ही सरकार में तीन एजी पहले हटाए जा चुके हैं और चौथे एजी का कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें जाना पड़ रहा है। हालांकि अभी सिंह के इस्तीफा देने की वजह साफ नहीं है।
इससे पहले पिछले महीने एडवोकेट जनरल की टीम ने भी इस्तीफा दे दिया था और नई टीम के लिए आवेदनों की मांग कर ली है लेकिन अब माना जा रहा है कि नई टीम नए एजी की नियुक्ति के बाद ही की जाएगी।
पंजाब यूनिवर्सिटी से की है पढ़ाई
गैरी की नियुक्ति अकटूबर 2023 में पिछले एडवोकेट जनरल विनोद घई के इस्तीफे के बाद हुई थी। गैरी ने पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। डिग्री प्राप्त करने के बाद 1989 से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालयों में वकालत कर रहे हैं। उन्हें 2014 में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का वरिष्ठ अधिवक्ता नियुक्त किया गया था और उनके वकालत क्षेत्र में संवैधानिक, वाणिज्यिक, निविदा मामले, सेवा मामले, मध्यस्थता और आपराधिक मामले शामिल हैं।