
संगठन ने कहा, “हमें भीम और मेम में बांटने की कोशिश हो रही है। जो भाई थे, वो हमारे भाई हैं। हम उनके साथ हैं। हम उनकी साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे। हम बच्चों की शादी समय पर करने और उनसे कम से कम दो से चार बच्चे पैदा करने की बात करेंगे। वक्फ बोर्ड को खत्म करने के लिए मुहिम शुरू करने का आह्वान करेंगे। हम वक्फ की संपत्ति को अस्पताल, स्कूल, दलितों, गरीबों और आदिवासियों में बांटेंगे।”
मंगलवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा बिल
उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों के कुछ सुझावों को शामिल करने के बाद सरकार ने वक्फ विधेयक में संशोधनों को लेकर संयुक्त संसदीय समिति द्वारा दिए गए सुझावों को स्वीकार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि इसी आधार पर सरकार द्वारा वक्फ विधेयक को ईद के बाद संभवत: मंगलवार को लोकसभा में पेश किया जा सकता है। कोशिश यह होगी कि इस सत्र में विधेयक को कम से कम एक सदन से पारित करा लिया जाए। वक्फ संशोधन विधेयक को अगस्त 2024 में जेपीसी के पास भेजा गया था।
विधेयक को पारित कराने के लिए पर्याप्त संख्या बल की जरूरत जेपीसी ने बजट सत्र के पहले सप्ताह में ही अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी थी। बताया जा रहा है कि सरकार ने रिपोर्ट देख ली है और उसके अनुसार पुराने विधेयक में कुछ बदलाव करने की तैयारी कर ली गई है। विपक्षी दलों को इस बात का अहसास है कि सरकार के पास किसी भी विधेयक को पारित कराने के लिए पर्याप्त संख्या बल है।