मप्र लीग के बाद कई आईपीएल फ्रेंचाइजी ने अनिकेत को ट्रायल्स के बुलाया। सनराइजर्स हैदराबाद के लिए ट्रायल्स में एक जोड़ी को आठ ओवर में 85 रनों का लक्ष्य दिया गया, जिसे इन्होंने चार ओवर में ही पा लिया। इसमें 64 रन अनिकेत के थे। लोगों की जिंदगी में खुशनुमा मोड़ आते हैं, अनिकेत का करियर यहां से गगनयान की तरह लांच हुआ।
सनराइजर्स के लिए दूसरे ही मैच में जब अनिकेत बल्लेबाजी को उतरे तो टीम के शीर्ष चार बल्लेबाज 37 रनों पर पवैलियन लौट चुके थे। जाहिर है टीम प्रबंधन सहित सभी सीनियर खिलाड़ी दबाव में थे, लेकिन जिस नवोदित को मैदान में भेजा, वह दबाव में नहीं था।
अर्धशतकीय पारी के बारे में अनिकेत बताते हैं, चार विकेट गिरने के बाद टीम पर दबाव था,लेकिन मैं यह सोच रहा था कि मेरे पास खेलने के लिए बहुत से ओवर और पर्याप्त समय है। मुझे अपनी क्षमता दिखाने के लिए यह एक अवसर मिला था, जिसे मैं हाथ से जाने नहीं देना चाहता था। हमारी योजना थी कि पारी संभालना है और 15 ओवर तक विकेट नहीं गिरने देना है। मगर स्कोरबोर्ड को गतिमान रखना भी जरूरी था तो मैंने कमजोर गेंदों को अपने अंदाज में नसीहत दी। रन बनने के साथ दबाव भी कम होने लगा। पिछले मैच में जब मैं क्रीज पर आया था तो ओवर नहीं बचे थे, मगर इस बार मिले अवसर का मैंने टीम के लिए अहम योगदान दिया।