
ट्रेजरी से ही पास होंगे बिल
ई-कुबेर लॉन्च होने से बैंक वाला सारा काम ट्रेजरी और रिजर्व बैंक ही करेगा। ट्रेजरी से ही बिल पास होंगे और ट्रेजरी से ही रुपये भी रिजर्व बैंक के माध्यम से सीधे संबंधित विभाग के खाते में भेज दिए जाएंगे। इस तरह बैंक को बीच से हटा दिया जाएगा। इससे प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपये का सालाना लाभ होगा।
प्रत्येक एंट्री के बैंक को देने पड़ते हैं 45 रुपये
10 करोड़ रुपये तक प्रतिदिन पेमेंट करने में बैंक सक्षम
किसानों की पेमेंट ई-कुबेर से होगी
इस बार गेहूं के सीजन में किसानों की जितनी भी पेमेंट होगी वह बैंक के माध्यम से न होकर ई-कुबेर से ही होगी। ऐसे में कायस लगाए जा रहे हैं कि इस बार अंबाला के किसानों को अपनी गेहूं की राशि का भुगतान जल्द मिल जाएगा।
बैंकों में नहीं पड़ा रहेगा करोड़ों रुपया
वर्तमान में बहुत सी पेमेंट ऐसी होती है जोकि बैंकों में ही सालभर पड़ी रहती है क्योंकि उसे लेने वाला ही कोई नहीं आता। इस बारे में बैंक हर साल संबंधित जिला ट्रेजरी से पत्राचार भी करते हैं। प्रत्येक जिले में ऐसी करोड़ों रुपये की राशि होती है। ई-कुबेर से यह समस्या खत्म हो जाएगी क्योंकि यह राशि रिजर्व बैंक में ही रहेगी।
ई-कुबेर से क्या लाभ होंगे
- – ई-कुबेर भारतीय रिजर्व बैंक का एक बैंकिंग समाधान है। यह सरकारी भुगतान और अन्य लेन-देन के लिए बनाया गया है।
- – ई-कुबेर की मदद से, देश के सभी बैंकों के एकल चालू खाते जोड़े जा सकते हैं।
- – यह प्रणाली सभी कार्य दिवसों पर 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
- – विभागों के कर्मचारियों को ट्रेजरी और ट्रेजरी से बैंक के धक्के नहीं खाने पड़ेंगे।
- – भुगतान का समय घटेगा और कर्मचारियों की एनर्जी धक्के खाने की बजाए कार्य में बढ़ेगी।