
जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी गतिविधियों और राजभवन व निर्वाचित सरकार के बीच तनाव से उपजी स्थिति के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को जम्मू-कश्मीर के अपने तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंच रहे हैं। इस दौरे के दौरान शाह एकीकृत मुख्यालय की बैठक में जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य पर मंथन कर आतंकी तंत्र के समूल नाश की रणनीति तय करने के अलावा श्री अमरनाथ यात्रा की तैयारियों व उसकी सुरक्षा पर भी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
सीमा पर अग्रिम चौकी का दौरा करेंगे गृह मंत्री
अमित शाह कठुआ जिला में पाकिस्तान से सटी सीमा पर अग्रिम चौकी का दौरा कर घुसपैठरोधी तंत्र का भी जायजा लेंगे। इसके अलावा वह भाजपा के स्थानीय नेताओं और विभिन्न जनप्रतिनिधिमंडलों से भी मुलाकात करेंगे।
वह प्रदेश में विभिन्न विकास परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ भी अलग-अलग से मुलाकात करेंगे। शाह 19 अप्रैल को कश्मीर के लिए शुरू होने वाली पहली रेल सेवा की तैयारी का जायजा लेंगे।
इस साल गृह मंत्री का पहला दौरा
जम्मू-कश्मीर में निर्वाचित सरकार के सत्तासीन होने के बाद और मौजूदा वर्ष में गृह मंत्री का यह पहला दौरा है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री रविवार को सबसे पहले राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह शाम को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में जाएंगे। शाह भाजपा के 28 विधायकों के साथ कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक में भी शामिल होंगे।
बलिदानों के स्वजनों से करेंगे मुलाकात
इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में निकट भविष्य में संभावित पंचायत और नगर निकायों के चुनावों, दो निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव पर भी चर्चा करेंगे। इस बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय में केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहेंगे। गृह मंत्री हाल ही में कठुआ में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए चार पुलिसकर्मियों के स्वजनों से सोमवार को जम्मू राजभवन में मुलाकात करेंगे।
बैठक में घुसपैठ शून्य बनाने की बनेगी रणनीति
शाह आठ अप्रैल को दिल्ली लौटने से पहले श्रीनगर में दो महत्वपूर्ण अलग-अलग सुरक्षा समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करेंगे। एक बैठक एकीकृत मुख्यालय की होगी, जिसमें जम्मू संभाग में विशेषकर कठुआ में बढ़ती आतंकी गतिविधियों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के साथ प्रदेश में आतंकियों के तंत्र के समूल नाश और शून्य घुसपैठ को सुनिश्चित बनाने की रणनीति को तय किया जाएगा।
इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक भी भाग लेंगे। दूसरी बैठक तीन जलाई से नौ अगस्त तक जारी रहने वाली वार्षिक श्री अतरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर केंद्रित रहेगी। एक अन्य बैठक में विकास परियोजनाओं की भी समीक्षा होगी।
गृह मंत्री अमित शाह का जम्मू-कश्मीर में कार्यक्रम
- 6 अप्रैल: जम्मू में भाजपा कार्यलय में शाम साढ़े सात बजे पार्टी के विधायकों व पदाधिकारियों के साथ बैठक।
- 7 अप्रैल: कठुआ के हीरानगर में पाकिस्तान से सटी सीमा पर बीएसएसफ की विनय पोस्ट का सुबह साढ़े दस बजे दौरा।
- 7 अप्रैल: राजभवन जम्मू में दोपहर दो बजे जम्मू-कश्मीर पुलिस के बलिदानियों के स्वजन के साथ मुलाकात कर अनुकंपा नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे।
- 8 अप्रैल: राजभवन श्रीनगर में सुबह 11 बजे जम्मू-कश्मीर में विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में भाग लेंगे।
- 8 अप्रैल: राजभवन श्रीनगर में दोपहर एक बजे जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा पर समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे।