अधिकारी सूत्रों की मानें ताे इलेक्ट्रिक वाहन नीति को लेकर सरकार की उदासीनता भी एक बड़ा कारण रही, यहां तक कि पिछले सालों में इलेक्ट्रिक वाहनों काे बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए और 2024 में उस सब्सिडी को भी नहीं दिया गया जो दुपहिया, तिपहिया और ई रिक्शा पर दी जा रही थी।
ऐसे में दिल्ली में भी इलेक्ट्रिक वाहन फिर से महंगे पड़ने लगे। वर्तमान भाजपा सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर जल्द रियारत देने का आश्वासन दिया है। जिसमें सब्सिडी शुरू करने की योजना शामिल हो सकती है। जिसमें केवल दो पहिया ही नहीं इलेक्ट्रिक कारों आदि पर भी बड़ी छूट मिल सकती है। ऐसे में कहा जा रहा है कि जल्द इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर लोगों में क्रेज बढ़ेगा।