
भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग की। इसमें सीमा प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। इस महीने दोनों पक्षों के बीच यह दूसरी ऐसी बैठक है। अधिकारियों ने बताया कि बैठक चकन-दा-बाग क्रॉस-पॉइंट पर हुई, जिसका नेतृत्व दोनों पक्षों के ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारियों ने किया।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि फ्लैग मीटिंग दोनों पक्षों के बीच डीजीएमओ की समझ के अनुसार नियमित एलओसी और सीमा प्रबंधन प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि गुरुवार की बैठक एलओसी पर नियमित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई थी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना के अधिकारियों ने अपने समकक्षों के समक्ष घुसपैठ के प्रयास, संघर्ष विराम उल्लंघन और आईईडी विस्फोटों का मुद्दा भी उठाया तथा उनके समक्ष विरोध दर्ज कराया। 2 अप्रैल को चकन-दा-बाग क्रॉसिंग प्वाइंट क्षेत्र में 75 मिनट तक चलने वाली ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने सीमाओं पर शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला था।
पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन
एक रक्षा प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि 1 अप्रैल को पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर एक बारूदी सुरंग में विस्फोट होने के बाद अकारण गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि 13 फरवरी को पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर भारतीय चौकियों पर अकारण गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था।
11 फरवरी को हुआ IED विस्फोट
कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन 11 फरवरी को जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा किए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट में एक कैप्टन सहित दो भारतीय सेना के जवानों के शहीद होने के एक दिन बाद हुआ है। भारत और पाकिस्तान द्वारा 25 फरवरी, 2021 को संघर्ष विराम समझौते को नवीनीकृत करने के बाद से नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन बहुत दुर्लभ हो गया है।