
सिविल अस्पताल गुरदासपुर में शनिवार रात को इलाज के लिए पहुंचे दो गुट आपस में भिड़ गए। इस दौरान इमरजेंसी में तैनात डाक्टर के केबिन का शीशा भी तोड़ डाला गया। हालांकि उस समय डाक्टर अपने केबिन में मौजूद नहीं थे।
वहीं रात को हुई इस घटना को लेकर अस्पताल स्टाफ में सहम का माहौल पाया जा रहा है। वहीं रविवार दोपहर को एसएसपी आदित्य और डीसी दलविंदरजीत सिंह अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर से घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की। एसएसपी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डॉक्टर ने बताया पूरा मामला
शनिवार की रात को इमरजेंसी में तैनात डॉ. रोहित ने बताया कि काहनूवान रोड पर दो गुटों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। एक गुट के अमृतपाल सिंह और गुरिंदर सिंह जख्मी होने के कारण इलाज के लिए इमरजेंसी वार्ड में आए थे।
गुरिंदर सिंह को सिर में चोट लगने के कारण प्राथमिक इलाज के बाद अमृतसर रैफर कर दिया गया। वह अमृतपाल सिंह को वार्ड में शिफ्ट करने जा रहे थे। इस बीच दूसरे गुट के लोगों ने उनके केबिन में घुसने का प्रयास किया।
आरोपितों ने दरवाजा तोड़ने का किया प्रयास
अंदर बैठे लोगों ने दरवाजा बंद कर लिया तो आरोपितों ने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया, जिस बीच शीशा टूट गया। इसके बाद आरोपित केबिन में घुसे और दूसरे पक्ष के लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
मारपीट के बाद आरोपित इमरजेंसी वार्ड की तरफ चले गए, जहां पर दोनों पक्षों में फिर से धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद आरोपित मौके से फरार हो गए।
सीसीटीवी फुटेज से हो रही है जांच
वहीं रविवार दोपहर को घटनास्थल का जायजा लेने के लिए एसएसपी और डीसी मौके पर पहुंचे। एसएसपी आदित्य ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं डीसी ने कहा कि आरोपितों ने पब्लिक प्रापर्टी को नुकसान पहुंचाया है, जिसकी भरपाई भी उन्हीं से कराई जाएगी।