
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा है कि विधानसभा स्पीकर अब्दुल रहीम राथर द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक पर विधानसभा में बहस करने की अनुमित न दे एक अच्छा फैसला था। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उक्त मामला अदालत में विचाराधीन है और अभी इस पर अदालत का फैसला आना बाकी है। नेकां अध्यक्ष ने यह बात सोमवार को एक समाचार एजेंसी के साथ बातचीत के दौरान कही।
वक्फ बिल से मुस्लिमों की भावना ठेस पहुंची
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम वक्फ बिल (Waqf Bill) का विरोध करते हैं। केंद्र ने इस विधेयक को पारित कर मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। हमारी पार्टी इसकी निंदा करती है। लेकिन चूंकि यह मामला अब सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। लिहाजा हम न्यायालय का फैसला आने तक इस पर कोई बहस या बात नहीं करेंगे।
विपक्ष पर भी किया कटाक्ष
फारूक अब्दुल्ला ने विपक्षी पार्टियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पार्टियां उक्त मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही हैं और नेशनल कॉन्फ्रेंस को इसकी आड़ में घेरने की कोशिश कर रही है, लेकिन हमारा स्टेंड इस मुद्दे पर स्पष्ट है। हम इस विधेयक का विरोध करते हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अब यह है कि हम शोर शराबा या हंगामा नहीं करते। हम खामोशी से सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं और हमें यकीन है कि सर्वोच्च न्यायालय इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए इस पर बेहतर फैसला सुनाएगी।
वक्फ बिल पर जमकर हुआ था हंगामा
बता दें कि उक्त मुद्दे पर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था। पीडीपी,आम आदमी पार्टी,अवामी इतिहाद पार्टी तथा अन्य विपक्ष पार्टियों ने इस मुद्दे पर विधानसभा सत्र में बहस की मांग की थी। लेकिन स्पीकर अब्दुल रहीम राथर ने यह कहकर विधेयक पर बहस करने की अनुमित नही दी थी कि यह मुद्दा सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है।