
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के विवादित 50 ग्रेनेड वाले बयान पर आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को फेज-दो में विरोध प्रदर्शन किया। आप ने बयान को पंजाब की शांति व सद्भाव के खिलाफ साजिश करार दिया और उन्हें माफी मांगने या पुलिस को सुबूत सौंपने का अल्टीमेटम दिया।
विरोध प्रदर्शन की अगुआई आप पंजाब अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने की, जिसमें मंत्री डॉ. रवजोत सिंह, डॉ. बलबीर सिंह समेत सैकड़ों वालंटियर्स, विधायक व वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में ‘कांग्रेस का हाथ आतंकवादियों के साथ’ जैसी तख्तियां लेकर बाजवा के खिलाफ नारेबाजी की। यह इस सरकार के शासनकाल में पहली बार है जब किसी एक मुद्दे पर सत्तारूढ़ पार्टी आप ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन किया।
जनता से माफी मांगे बाजवा
अमन अरोड़ा ने बाजवा पर झूठ फैलाने और लोगों में डर पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि बाजवा के पास 50 ग्रेनेड की जानकारी सही है, तो वह पुलिस को सुबूत क्यों नहीं दे रहे?
अगर वह गलत हैं, तो बिना शर्त जनता से माफी मांगें। उन्होंने चेताया कि अगर बाजवा पुलिस को जानकारी नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जानी चाहिए व आप पार्टी विरोध प्रदर्शन और तेज करेगी।
सोर्स क्या है, सोर्स बताएं?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के ‘पंजाब में 50 बम आए’ बयान से मंगलवार को पंजाब की राजनीति गूंजती रही। बाजवा दोपहर 2ः35 बजे साइबर थाने में पेश हुए, जहां पुलिस ने 5ः25 घंटे तक पूछताछ की। इस सारे प्रकरण की जड़ ‘बम पंजाब आने की जानकारी के सोर्स’ के संबंध में बाजवा ने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी।
उन्होंने कहा कि पुलिस के सभी सवालों का जवाब दिया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बाजवा ने सहयोग ही नहीं किया। अब वह बाजवा पर दहशत फैलाने के मामले में सख्ती कर सकती है। बाजवा ने दर्ज एफआइआर रद कराने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की।