
शिमला (हिमाचल प्रदेश)
ऋषिकेश (उत्तराखंड)
ऋषिकेश योग और स्पिरिचुअल टूरिज्म के लिए मशहूर है, लेकिन गर्मियों में यहां का माहौल काफी हलचल भरा हो जाता है। रिवर राफ्टिंग और ट्रेकिंग के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ने से शहर में भीड़ और प्रदूषण बढ़ जाता है। होटल्स और गेस्ट हाउसेस बुक हो जाते हैं, जिससे अच्छी जगह ढूंढना मुश्किल होता है। अगर आप ऋषिकेश जैसा शांत वातावरण चाहते हैं, तो लैंसडाउन या चोपता जैसी जगहें बेहतर ऑप्शन हो सकती हैं।
नैनीताल (उत्तराखंड)
नैनीताल को “क्वीन ऑफ लेक्स” कहा जाता है, लेकिन गर्मियों में यहां की सुंदरता पर्यटकों की भीड़ के कारण फीकी पड़ जाती है। नैनी लेक के आसपास इतनी भीड़ होती है कि बोटिंग का आनंद लेना मुश्किल हो जाता है। सड़कों पर ट्रैफिक जाम और पार्किंग की समस्या भी आम बात हो जाती है। इसलिए अगर आप नैनीताल जैसी खूबसूरत जगह देखना चाहते हैं, तो अल्मोड़ा, रानीखेत या मुक्तेश्वर जैसे कम भीड़ वाले हिल स्टेशन्स पर जा सकते हैं।
मसूरी (उत्तराखंड)
मसूरी को “क्वीन ऑफ हिल्स” कहा जाता है, लेकिन गर्मियों में यहां की रानी जैसी शोभा भीड़ के कारण खो जाती है। मॉल रोड, कैमल्स बैक रोड और गन हिल जैसी जगहों पर इतनी भीड़ होती है कि शांति से घूमना मुश्किल हो जाता है। होटल्स के दाम बहुत बढ़ जाते हैं और वातावरण में शोरगुल घुल जाता है। अगर आप मसूरी जैसा माहौल चाहते हैं, तो लैंडौर या धनोल्टी जैसे शांत हिल स्टेशन्स बेहतर ऑप्शन साबित हो सकते हैं।