डा. येल्ला वेंकटेश्वर राव (मृदंगम), पं. प्रवीण गोडखिंडी (बांसुरी), पं. विकास महाराज व विभाष महाराज (सरोद-सितार), रोहित पवार (कथक) को देर रात तक अपनी प्रस्तुतियों का इंतजार रहा। संचालन सौरभ चक्रवर्ती व व्योमेश शुक्ला ने किया।

महोत्सव में आज

  • लावण्या शंकर – भरतनाट्यम
  • डा. राजेश शाह – सितार
  • पं. अजय चक्रवर्ती – गायन
  • विवेक पांड्या – तबला सोलो
  • पं. पूर्वायन चटर्जी – सितार
  • सोहिनी राय चौधरी -गायन
  • मंजूनाथ-नागराज माधवप्पा -वायलिन
  • पं. नीरज पारिख – गायन