
जंबू जू के परिवार में शामिल हुए गुजरात से लाए गए भेड़िये और कश्मीर से लाया गया भूरा भालू जल्द ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेंगे। जू प्रशासन व चिकित्सकों की निगरानी में अभी इन वन्यजीवों को एकांतवास में रखा गया है। 15 दिन तक इन्हें अलग रखा जाएगा। उसके बाद पर्यटक इन्हें देख सकेंगे।
वेटरिनरी डॉक्टर सुबह और शाम इन वन्यजीवों के स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। कश्मीर के डाचीगाम से भूरा भालू और गुजरात के सक्करबाग, जूनागढ़ चिड़ियाघर से चार भेड़िये (ग्रे वुल्फ) जंबू जू लाए गए हैं। एकांत में इसलिए रखा गया है ताकि वे स्वयं को नए वातावरण में ढाल सकें। वहीं दूसरी ओर जंबू जू प्रशासन एक और वन्यजीव को लाने की तैयारी कर रहा है।
शुतुरमुर्ग को भी लाने की तैयारी
उड़ान रहित पक्षी शुतुरमुर्ग जो कि कद में सबसे बड़ा होता है, को अब जल्दी ही जंबू जू में लाने की तैयारी हो रही है। इसके लिए जू में बसेरा बनाया जा चुका है। इस जीव को मंगवाने के लिए जंबू जू प्रशासन ने चेन्नई, गुजरात और बंगाल के चिड़ियाघर से बातचीत की है।
मई की शुरुआत में देख सकेंगे आम लोग
जंबू जू के अतिरिक्त निदेशक अनिल अत्री ने बताया कि जंबू जू परिसर में लाए गए जीव एकदम स्वस्थ हैं। मई के शुरू में इन जीवों को आम लोग देख सकेंगे। बहरहाल जंबू जू प्रशासन अन्य राज्यों से लाए गए जीवों को बेहतरीन वातावरण उपलब्ध करवा रहा है ताकि वह इस वातावरण में जल्दी से घुलमिल जाएं। उधर, जंबू जू में इस गर्मी में लोगों का आकर्षण बना रहे, इसके लिए यहां पर नए झूले, फव्वारे लगाने का काम भी जल्दी ही शुरू होगा।
नए जीवों से बढ़ेगी रौनक
जंबू जू में नए जीव आने से पर्यटकों का आकर्षण इस ओर और बढ़ेगा। आमतौर पर गर्मी में पर्यटकों की संख्या कुछ कम हो जाती है। हालांकि पिछले वर्ष दो बंगाल टाइगर, शेर का एक जोड़ा यहां लाया गया था। काला हिरण के आने से जंबू जू के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा और पर्यटकों की संख्या सर्दी के पीक दिनों में एक दिन में साढ़े तीन हजार तक भी पहुंची।
अब नए वन्यजीव के आने से जंबू जू का आकर्षण और बढ़ेगा। आल जम्मू होटल्स एंड लाज एसोसिएशन के प्रधान पवन गुप्ता ने बताया कि जंबू जू पर्यटकों का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। पिछले दो वर्ष में यहां पर कई बदलाव हुए और विकास के कार्य हुए। अब नए वन्यजीवों को लाया गया है, इससे आकर्षण और बढ़ेगा। बहरहाल सरकार से गुजारिश है कि इस जू को देश-दुनिया में प्रचलित करने के लिए प्रचार-प्रसार पर जोर दिया जाए।