
बहुत सौम्य और नरम स्वभाव का था विनय: पड़ोसी
पड़ोसी रवि राठी ने बताया कि विनय (Karnal Navy Lieutenant) बहुत ही मेहनती लड़का था। वह हमेशा खुश रहता था और आसपास के लोगों के साथ भी घुल मिलकर रहता था। पड़ोस में शायद ही इतना सौम्य और नरम स्वभाव का कोई लड़का हो। खुद के साथ-साथ वह सभी का ध्यान रखता था। उसे सेना में भर्ती होने का शौक था, इसलिए उसने अपनी पढ़ाई के साथ साथ फिजिकली तौर पर भी कड़ी मेहनत की और नेवी में लेफ्टिनेंट पद पर पहुंचा। हमें ऐसे बच्चे पर फक्र है।
‘आज भी गांव की मिट्टी से जुड़ा था विनय’
पिता की दोस्ती रिशतेदारी में बदली
विनय की शादी परिवार के लोगों ने तय की थी। दरअसल, विनय के पिता राजेश नरवाल और लड़की हिमांशी के पिता सुनील कुमार की एक ही समय में सरकारी नौकरी लगी थी। दोनों में पुरानी दोस्ती थी। इसी साल की शुरुआत में इस दोस्ती को रिश्तेदारी में बदलने की बात शुरू हुई और वह सिरे भी चढ़ गई। परिवार के इस फैसले को विनय और हिमांशी दोनों ने खुशी-खुशी स्वीकार किया।
सुबह से शाम तक लगा सांत्वना देने वालों का तांता
विनय के घर सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है। जैसे ही करनाल के लोगों को पता चला कि करनाल का बेटा शहीद हुआ तो वे विनय के घर की तरफ चल पड़े। वीआईपी से लेकर सामाजिक और धार्मिक लोंगों ने श्रद्धांजलि दी है। असंध से विधायक योगेंद्र राणा, करनाल से विधायक जगमोहन आनंद के साथ-साथ पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान समेत अन्य लोगों ने घर पहुंचकर शोक जताया।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने दादा को दी सांत्वना
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने भी अपनी संवेदना प्रकट की है। विधायक जगमोहन आनंद के फोन से वीडियो कॉल करके मनोहर लाल ने विनय के दादा हवा सिंह नरवाल को ढांढस बधाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा और केंद्र सरकार आपके साथ खड़ी है। मनोहर लाल ने कहा कि केंद्र सरकार आतंकियों पर कड़ा प्रहार करेगी।