
आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है. प्रधानमंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं में पूर्ण विश्वास और भरोसा जताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर मंगलवार को हाई लेवल मीटिंग की. इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलहाकार अजित डोभाल और CDS अनिल चौहान के अलावा तीनों सेना के अध्यक्ष मौजूद रहे। प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर सेना को खुली छूट देने की बात कही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत की प्रतिक्रिया के मोड, टारगेट और टारगेट का समय को तय करनी करने की पूरी आजादी है।
उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक के दौरान पीएम मोदी ने दोहराया, “आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है.” मंगलवार को मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीनों सशस्त्र सेवाओं के प्रमुखों सहित भारत के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की ।
#WATCH | PM Narendra Modi chairs a meeting with Defence Minister Rajnath Singh, NSA Ajit Doval, CDS and chiefs of all the Armed Forces. pic.twitter.com/Wf00S8YVQO
— ANI (@ANI) April 29, 2025
आतंकवादियों को पकड़ने की खाई थी कसम
इससे पहले, हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने जिम्मेदार आतंकवादियों और उनके समर्थकों को पकड़ने की कसम खाई थी, विशेष रूप से पाकिस्तान का जिक्र करते हुए, जिसका भारत के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित करने का इतिहास रहा है. उन्होंने उन्हें न्याय के कटघरे में लाने का वादा किया, उन्होंने कहा कि सजा उनकी कल्पना से परे होगी।
पहलगाम में आतंकी हमला
बता दें कि हाल ही पहलगाम के बैसरन में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे. पहलगाम हमला जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर पिछले कई वर्षों में हुआ सबसे घातक हमला है, जिसे लेकर पूरे देश में आक्रोश की लहर है. इसको लेकर देशभर में हमलावरों और उनके आकाओं के खिलाफ कठोर जवाबी कार्रवाई की मांग उठ रही है।
प्रधानमंत्री की कठोर टिप्पणी
प्रधानमंत्री की कठोर टिप्पणियों और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर उनकी सरकार के कड़े रुख के कारण भारत की ओर से करारी जवाबी कार्रवाई की उम्मीदें बढ़ गई है.गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 2016 में उरी में सेना के जवानों पर आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के अंदर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी. उसने पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले को निशाना बनाए जाने के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमला किया था।