
बठिंडा। पिछले दिनों जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों की तरफ से किए हमले के बाद जिला प्रशासन ने जिले में सैनिक वर्दी की बिक्री पर रोक लगा दी थी।
वहीं अब सरकार की हिदायतों के बाद जिला पुलिस ने विभिन्न थानों के अधीन आती गार्मेंट, सैनिक वर्दी की बिक्री करने वाली दुकान व उनकी सिलाई करने वालों की जांच शुरू कर दी है। सरकार की तरफ से देश की सुरक्षा के लिए जारी हिदायतों की सख्ती से पालना करने की हिदायतें दी गई।
पुलिस ने दुकानों की जांच की
वर्तमान में बठिंडा में सबसे बड़ी सैनिक छावनी होने के कारण बठिंडा सेन्सिटिव एरिया माना जाता है व सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रखी गई है। इसी कड़ी में सैनिक छावनी के अधीन पड़ते थाना पुलिस कैंट के प्रभारी दलजीत सिंह ने वीरवार को अपनी टीम के साथ बाबा फरीद नगर, बीबी वाला चौक में स्थित आधा दर्जन के करीब दुकानों की जांच की।
इस दौरान दुकानदारों से फौजी वर्दी व सामान की बिक्री करने से पहले इसकी खरीद करने वाले सैनिकों का आईडी कार्ड देखने, उनका मोबाइल नंबर व नाम रजिस्टर में जरूर दर्ज करने की हिदायत दी है।
रिकॉर्ड की जांच करेगी पुलिस, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
सैनिकों के अलावा उक्त वर्दी की बिक्री व सिलाई किसी सिविलियन को नहीं करने की सख्त हिदायतें है। उन्होंने बताया कि उन्होंने दुकानदारों के रजिस्टर व रिकॉर्ड की भी जांच की व जिन दुकानदारों के पास रजिस्टर नहीं था, उन्हें रजिस्टर खरीदकर लगाने की हिदायत दी है। जिला पुलिस उक्त रिकॉर्ड की हर सप्ताह जांच करेंगी व कोई दुकानदार किसी तरह की लापरवाही करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई होगी।
दुकानदारों ने पुलिस की मुहिम का किया स्वागत
वहीं दुकानदारों ने प्रशासन व पुलिस की मुहिम व निर्देशों का स्वागत किया है। अधिकतर दुकानदारों का कहना है कि देश की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन की हिदायतों का वह लंबे समय से पालन कर रहे हैं। किसी भी गैर-सैनिक को वह वर्दी की बिक्री नहीं करते हैं। इसके लिए उनका आईडी कार्ड जांच करने के साथ मोबाइल नंबर व नाम भी रजिस्टर में दर्ज कर रहे हैं। वहीं जरूरत पड़ने पर वह आर्मी की तरफ से तय वेरिफिकेशन अफसर से भी संपर्क करते हैं।