
नंगल। भाखड़ा डैम से हरियाणा को 8500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के आदेश के बाद जमकर विवाद देखने को मिल रहा है।
विवाद को बढ़ता देख BBMB ने डैम पर ताला लगा दिया है। वहीं, दूसरी तरफ पंजाब सरकार ने राज्य के जल अधिकारों की सुरक्षा को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए आज एक बड़ा कदम उठाया। मुख्यमंत्री भगवंत मान भी भाखड़ा डैम पहुंच चुके हैं।
पानी के संकट से गुजर रहा पंजाब: CM मान
इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह बड़ा ही गंभीर मामला है। पंजाब पहले से ही पानी के संकट से गुजर रहा है। पंजाब के भी डैम अपने लेवल से कम चल रहे है। भाखड़ा 1566 फुट था। इस पर बार 1555 फुट था, पौंग 1325 एमएएफए था, इस बार 1293 है। रणजीत सागर 505 मीटर था, इस बार 502 मीटर है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास पानी की एक भी बूंद नहीं है। वह जो मर्जी कहते रहे है। हमसे कोई उम्मीद न करो। उन्होंने कहा कि कोई भी पानी नहीं ले जा सकेगा।
मेरे पास पानी की बूंद-बूंद का हिसाब है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के बिना बीबीएमबी कैसे पूरा हो सकता है। हरियाणा के लोग बेटी के घर का पानी तक नहीं पीते है और यह नहरें मांग रहे हैं।
धरने पर बैठे कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस
कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Harjot Bains) खुद नंगल डैम पर पहुंचकर, वहां प्रदर्शन कर रहे वर्कर्स के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान का निर्णय पूरी तरह से पंजाब के हित में है और किसी भी हाल में हरियाणा (Punjab-Haryana Dispute LIVE) की ओर अतिरिक्त पानी भेजने का सवाल ही नहीं उठता।
पंजाब पहले ही पानी की भारी कमी से जूझ रहा: हरजोत बैंस
कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा पहले ही पंजाब पानी की भारी कमी से जूझ रहा है, तो हम कैसे दूसरों को अपना हिस्सा दे सकते हैं? पंजाब का हक पंजाब को मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए बीबीएमबी के अधिकारियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
मुख्यमंत्री के आदेशों की पालना सुनिश्चित करने के लिए विभागों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। हरजोत सिंह बैंस ने यह भी बताया कि नंगल क्षेत्र के अनेक गांव आज भी पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।