एडीसी डी ने दोहराया कि मनरेगा के तहत रोजगार पूरी पारदर्शिता से दिया जा रहा है और ग्राम सभाओं के माध्यम से नए मेट भी नियुक्त किए जा रहे हैं। जिन गांवों में मेट की समस्या थी, वहां ग्राम सभाएं बुलाई गईं, इसके बावजूद धरना करना दुर्भाग्यपूर्ण है।