
उधर, शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सब इंस्पेक्टर शमशेर सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही टिप्पर चालक को जल्द काबू कर लिया जाएगा। गुरदासपुर के थाना घुमान के तहत आते गांव भोमा बोहजा निवासी गुरदेव सिंह पेशे से किसान हैं।
पिछले कुछ साल से उनका पोता विदेश जाने की जिद कर रहा था। शुक्रवार को पोते की फ्लाइट थी तो वह पत्नी और दो रिश्तेदारों को साथ लेकर पोते को श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट छोड़ने आए थे। सुबह वह अपनी वरना कार (पीबी 07 एजी-5956) में सवार होकर निकले। पोते के साथ गुरदेव सिंह, उनकी पत्नी मलकीत कौर (60), परमजीत कौर (40), धर्मेंद्र सिंह (70) दोपहर बारह बजे अमृतसर पहुंच गए थे।
बीच सड़क पर पलटा टिप्पर
पोते को एयरपोर्ट पर छोड़ने के बाद वे चारों कार में सवार होकर अमृतसर मेहता रोड से होते हुए गुरदासपुर के घुमान लौट रहे थे। रास्ते में ही तेज रफ्तार टिप्पर (पीबी 02 ईपी 3020) ने सामने से आ रही उनकी कार को टक्कर मार दी। दोनों वाहनों की रफ्तार सौ किलोमीटर से ज्यादा थी।
हादसे से पहले आरोपित टिप्पर चालक का अपने वाहन से नियंत्रण नहीं रहा। सड़क के बीचो बीच जोरदार आवाज के साथ कार के परखचे उड़ गए। दूसरी तरफ टिप्पर भी सड़क के बीच पलट गया। राहगीरों ने कार में सवार चारों लोगों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक सभी की मौत हो चुकी थी।